नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा में बजट पेश होने को लेकर शुरू हुई राजनीति आखिरकार खत्म हुई और दिल्ली सरकार की तरफ से विधानसभा में बुधवार को बजट पेश किया गया. इस बजट में सरकार की तरफ से यह बताया गया कि पिछले 8 साल में दिल्ली में 28 फ्लाईओवर बनवाए गए ताकि दिल्ली के लोगों को बेहतर सड़कों के साथ-साथ जाम से भी निजात मिल सके. लेकिन सरकार के इन दावों को लोग झूठा करार दे रहे हैं.
लोगों का कहना है कि दिल्ली में अभी भी कई ऐसी सड़कें और चौराहें हैं, जहां कभी कभार नहीं बल्कि रोज ही जाम लगते हैं और कई जगहों पर तो सड़कों की हालत भी अच्छी नहीं है. लोगों का साफ तौर पर कहना है कि बजट में जो दावे किए गए हैं, वह पूरी तरह से झूठे हैं. सरकार जितनी बड़ी-बड़ी बातें करती है, वैसा कुछ भी नहीं है. गली मोहल्ले में सड़कें नहीं बनी. वहां जाम जैसे हालात होते हैं, तो मुख्य सड़कों की तो बात ही क्या कहने. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि जितने दावे फ्लाईओवर बनवाने के बारे में सरकार कह रही है, वह सही नहीं है, क्योंकि इनमें से अधिकतर फ्लाईओवर तो कांग्रेस के शासन में ही बने या उन्हीं के समय का शुरू किया गया प्रोजेक्ट है.
लोगों का कहना है कि केजरीवाल सरकार तो बस कांग्रेस के समय शुरू किए गए कामों को अपना बताकर पीठ थपथपा रही और जनता को लॉलीपॉप दे रही है. दिल्ली में गली मोहल्ला की सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई और कई इलाकों में मुख्य सड़कें भी बदहाल है. जहां तक बात सड़कों पर लगने वाले जाम की है तो जाम के हालात तो दिनों दिन और भी बदतर हो रही है.
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