नई दिल्ली : दिल्ली के जाकिर नगर में डीडीए के बुलडोजर चलने से सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं, जिससे वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हो गए हैं. जाकिर नगर के रहने वाले डीडीए की कार्रवाई से प्रभावित शमीम ने बताया कि हमारा यहां घर था. बुधवार को डीडीए की टीम आई थी, हमें कुछ नहीं बताया और झुग्गी को तोड़ दिया. हमारे घरों को भी तोड़ दिया गया. हमें पहले भी कुछ नहीं बताया गया था. हमें अचानक बेघर कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि हम डीडीए के अधिकारियों से कहते रहे कि हमें कुछ वक्त दे दीजिए, मेरे घर में 4 दिन का नया मेहमान आया है. मुझे 4 दिन पहले पोता हुआ है, लेकिन नहीं माने, हम बेघर हो गए हैं. अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. हम काफी वक्त से यहां रह रहे हैं. जब हमने यहां घर बनाये थे तब डीडीए कहां थी और आज हमारे घर को तोड़ दिया गया.
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यहां रहने वाली नरगिस ने बताया कि हम यहां काफी समय से रह रहे हैं. हमारे घरों को तोड़ दिया. हम बेघर हो गए हैं. वहीं, डीडीए की कार्रवाई से प्रभावित रेहाना खातून ने बताया कि हमारे सामने बहुत बड़ी समस्या आ गई है. सर से छत उजड़ गया है. वहीं, अशरफ ने बताया कि यहां रहने वाले लोगों के घरों को तोड़ा गया है. जिससे वे लोग परेशान हैं. इस कार्रवाई से सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं. इन घरों का सर्वे हो चुका था, लेकिन उसके बावजूद इनके घरों को तोड़ा गया.
बता दें, महरौली इलाके में हुए डीडीए कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने हैं और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. हालांकि, पांच दिन चली कार्रवाई के बाद महरौली इलाके में अतिक्रमण को रोक दिया गया है. जाकिर नगर इलाके में बुधवार को डीडीए की तरफ से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गईं और बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती में अवैध निर्माण को तोड़ा गया. इसके बाद सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं.
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