नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जहां कुछ महीनों पहले आज आईसीयू बेड्स के लिए हाहाकार मची थी, लेकिन अब दिल्ली में 83 फ़ीसदी आईसीयू बेड खाली पड़े हैं. मरीज ना होने के कारण बेड्स खाली पड़े हैं. सरकार ने 95 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड रिजर्व किये है.
इन अस्पतालों में इतने बेड्स और मरीज मौजूद
- राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल(RGSSH) में 280 आईसीयू बेड हैं, जिसमें 2 मरीज भर्ती हैं.
- जीटीबी अस्पताल में 128 आईसीयू बेड रिजर्व है, 13 मरीज भर्ती हैं.
- एलएनजेपी में 50 आईसीयू बेड है, 9 कोरोना के मरीज भर्ती हैं.
- एम्स ट्रॉमा सेंटर में 71 आईसीयू बेड है, 35 मरीज भर्ती है.
- सफदरजंग अस्पताल में 41 सीट है, 6 मरीज भर्ती हैं.
- सर गंगाराम अस्पताल में 82 आईसीयू बेड है, कुल 47 मरीज भर्ती हैं
- लेडी हार्डिंग अस्पताल में 44 आईसीयू बेड है, 11 मरीज भर्ती हैं
- डॉ राम मनोहर लोहिया 28 आईसीयू बेड है और 6 मरीज भर्ती हैं
95 अस्पतालों में बेड्स रिसर्व
बता दें कि राजधानी दिल्ली में कुल 95 अस्पतालों में सरकार की तरफ से आईसीयू बेड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व किए गए है. अलग-अलग अस्पतालों में अलग-अलग संख्या में रिजर्व है. कुल मिलाकर 1093 आईसीयू बेड रिजर्व है. अभी इनमें से सिर्फ 186 बेड्स पर मरीज है और बाकी 908 बेड्स खाली हैं. कई बड़े अस्पताल जहां बेड्स नहीं मिल रहे थे, वहां पर अभी बड़ी संख्या में आईसीयू बेड खाली है.
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83 फ़ीसदी आईसीयू बेड खाली
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली के कई अस्पताल है, जहां पर करोना के सभी बेड खाली हैं. जिसमें बुराड़ी हॉस्पिटल, अग्रसेन अस्पताल, एम्स झज्जर, विहमांस, होली फैमिली हॉस्पिटल, आकाश हॉस्पिटल, जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल, फोर्टिस ओखला, माता चानन देवी अस्पताल जहां पर अभी सभी बेड्स खाली हैं. दिल्ली में कोरोना की स्थिति यह है कि 61 अस्पतालों में कोविड के लिए रिजर्व बेड्स पर एक भी मरीज नहीं है. 34 अस्पतालों के अंदर ही आईसीयू बेड्स पर मरीज हैं. 83 फ़ीसदी आईसीयू बेड खाली है. इसके आधार पर कहा जा सकता है कि दिल्ली में फिलहाल कोरोना महामारी पूरी तरीके से नियंत्रण में है.