नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर अलग-अलग जगहों पर कार्यकर्ता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और लोगों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को अलग-अलग जगहों पर एलईडी लगाकर कार्यकर्ता सुन रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के सरिता विहार में कार्यकर्ताओं ने पदयात्रा कर घरों में भारतीय जनता पार्टी का झंडा लगाया गया. इसके अलवा एलईडी पर स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को सुना गया.
देश की सबसे बड़ी पार्टी : भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के नता एस राहुल ने बताया की विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के 44वें स्थापना दिवस पर सरिता विहार के जनता फ्लैट में एलईडी लगाकर सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्बोधन सुना. इसके साथ ही भाजपा के पितृ पुरुष श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्पांजलि और पुष्प वर्षा की गई. भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में पार्टी का झंडा लेकर जिंदाबाद, श्यामा प्रसाद मुखर्जी अमर रहे, दीनदयाल उपाध्याय अमर रहे के नारे लगाये. कार्यकर्ता व पदाधिकारियों में स्थापना दिवस को लेकर विशेष उत्साह देखा गया है.
ये भी पढ़ें : Tiranga March: विपक्षी दलों ने निकाला 'तिरंगा मार्च', खड़गे बोले सत्ता पक्ष ने बोलने नहीं दिया
उन्होंने बताया कि भाजपा की स्थापना पांच प्रतिबद्धताओं- सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, राजनीतिक और आर्थिक लोकतंत्र तथा आर्थिक विकेंद्रीकरण, समता युक्त, शोषण मुक्त समाज, सकारात्मक सेकुलरवाद, मूल्य आधारित राजनीति के साथ किया गया. यही एकमात्र पार्टी है जो समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति की चिंता करती है, जिसका अंत्योदय मूल मंत्र. 1984 में दो सांसदों वाली पार्टी आज प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में 303 सांसदों के के साथ जनमानस की सेवा कर रही है. इसका श्रेय पार्टी के शीर्ष नेताओं एवं पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ताओं के कठोर परिश्रम को जाता है. भाजपा से लोग जुड़कर समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं। भाजपा की राजनीति का उद्देश्य सेवा है.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को की गई थी, हालांकि शुरुआती दौर में पार्टी को बड़ी सफलता नहीं मिली थी. भाजपा के सफर की शुरुआत लोकसभा में 2 सीटों से हुई थी, जो आज 303 सीटों तक पहुंच गई है. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के देश के कई राज्यों में सरकारें भी चल रही हैं.
ये भी पढ़ें : Maoists Leaders: भारत ने शीर्ष 5 माओवादी नेताओं के नामों की घोषणा की