नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब काफी तेजी से फैल रही है और इसी बीच राजधानी दिल्ली के एम्स आरडीए ने पीएम मोदी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को एक लेटर लिखा है. लेटर में RDA ने लिखा है कि 18 अप्रैल को होने वाले नीट पीजी एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने के लिए जूनियर डॉक्टरों को छुट्टी दी जाए. साथ ही जहां-जहां पर लॉकडाउन है, वहां-वहां की सरकारें बच्चों को एग्जाम सेंटर तक जाने की इजाजत दें. साथ ही एम्स RDA की यह भी मांग है कि 31 मई को रिजल्ट घोषित करने की, जो तारीख तय की गई है, 31 मई से पहले रिजल्ट घोषित किया जाए.
'एग्जाम में शामिल होने के लिए मिले छुट्टी'
एम्स आरडीए के प्रेसीडेंट अमनदीप सिंह का कहना है कि MBBS के जो पास स्टूडेंट है, वे 18 अप्रैल को होने वाले नीट पीजी एंट्रेस एग्जाम में शामिल होंगे. उनको लेकर ही लेटर लिखा गया है. क्योंकि कोरोना के चलते बहुत सारे अस्पतालों में डॉक्टर्स काम कर रहे हैं. उनकी मांग है कि बच्चों को एग्जाम में शामिल होने के लिए छुट्टी दी जाए. ताकि वे MDMS डिग्री होने वाले एग्जाम में शामिल हो सकें. कुछ राज्यों में लॉकडाउन लगा है. वहां के बच्चों को एग्जामिनेशन सेंटर तक पहुंचने में कोई दिक्कत ना आए इसके लिए सरकार ध्यान दें, ताकि जो यंग डॉक्टर हैं, वो देश की सेवा कर सकें, क्योंकि इस वक्त डॉक्टरों की बहुत जरूरत है.
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'नीट का रिजल्ट जल्द हो घोषित'
वहीं जयस्तु सेनापति, एडवाइजर आरडीए एम्स का कहना है कि उन लोगों ने पीएम मोदी को निवेदन भेजा है कि जूनियर डॉक्टरों को छुट्टी दी जाए, जिससे वे परीक्षा में आसानी से हिस्सा ले सकें. जूनियर डॉक्टर अभी भी लगातार काम कर रहे हैं, उन डॉक्टरों को छुट्टी मिलने में दिकक्त हो रही है. सरकार से अपील है कि सरकार उनको छुट्टी दें. साथ ही उनकी ये भी मांग है कि नीट एग्जाम के रिजल्ट जल्दी से जल्दी घोषित किया जाए. ताकि अस्पताल में जो डॉक्टरों की कमी है, उसे पूरा किया जा सके.