नई दिल्ली: अलग-अलग देशों से विस्थापित लोगों के लिए काम करने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन UNHCR (United Nations High Commissioner for Refugees) के खिलाफ दिल्ली में अफगानिस्तान मूल के लोग सोमवार को प्रदर्शन करेंगे. दरअसल अफगान में हुए तालिबान के कब्जे के बाद दिल्ली में रहने वाले अफगानी मूल के लोगों ने बुधवार को एक मीटिंग जंगपुरा इलाके में की. इस मीटिंग के दौरान इन लोगों ने अपने भविष्य को लेकर चर्चा की और मानव अधिकार की रक्षा के लिए UNHCR से अफगान के लोगों की मदद करने की अपील की.
अफगान कम्युनिटी ऑफ इंडिया से जुड़े अहमद जिया गानी ने बताया कि इंडिया में अफगानिस्तान से आए लगभग 21-23 हजार लोग भारत दिल्ली में रहते हैं जो रिफ्यूजी हैं. इनके मानव अधिकार का रक्षा करने का काम UNHCR का है. इसी को लेकर आज हमने गेट टुगेदर किया है. जिसमें अफगानिस्तान के रिफ्यूजी के भविष्य के लिए बातचीत की गई और सोमवार को प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है.
वहीं उन्होंने कहा कि हमारी मदद इंडिया को करनी चाहिए और यूएनएचसीआर पर दबाव डालना चाहिए क्योंकि इंडिया हमारा ऐतिहासिक मित्र रहा है. इसके अलावा मीटिंग में शामिल अन्य अफगानी मूल के लोगों ने बताया कि हम सभी रिफ्यूजी हैं और सैकड़ों रिफ्यूजी यहां एकत्रित हुए हैं. हमने अपने भविष्य के बारे में चर्चा की है.
अफगानिस्तान में हुए तालिबान के कब्जे के बाद वहां अनिश्चितता छाई हुई है. जिसके बाद अफगानी मूल के लोग परेशान नजर आ रहे हैं. वहीं अफगानी मूल के लोगों ने दिल्ली के जंगपुरा इलाके में मीटिंग की जो यहां रिफ्यूजी के रूप में रहते हैं. इस मीटिंग में उन्होंने अपने भविष्य को लेकर चर्चा की और आगामी सोमवार को दिल्ली के UNHCR के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया.