नई दिल्ली/नोएडा: ऑनलाइन मैप स्वीकृति व कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी करने के लिए बेवजह आपत्ति लगाकर आवंटियों को परेशान किया गया तो संबंधित प्राधिकरणकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को नियोजन विभाग की समीक्षा में यह चेतावनी दी. उन्होंने मैप स्वीकृति या कंपलीशन के लिए आवेदन करने वाले आवंटियों को सभी आपत्तियों की जानकारी एक बार में ही देने के निर्देश दिए. एक से अधिक बार आपत्ति लगाने पर संबंधित कर्मचारी को स्पष्टीकरण देना होगा.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को नियोजन विभाग की समीक्षा की, जिसमें ऑनलाइन मैप स्वीकृति के आवेदनों पर एक से अधिक बार आपत्ति लगाई जा रही है. सीईओ ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए निर्देश दिए कि ऑनलाइन मैप स्वीकृति पर बेवहज आपत्ति न लगाई जाए. आवंटी को ऑफिस न बुलाया जाए. अगर कोई कमी है तो आवंटी को एक बार में सभी आपत्तियों से अवगत करा दें. बार-बार आपत्ति लगाकर उसे परेशान न किया जाए. अगर कोई कर्मचारी ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सीईओ ने चार नए औद्योगिक सेक्टरों के लिए जमीन अधिग्रहण की धीमी गति पर नाराजगी जताई. सीईओ ने एसीईओ से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. उन्होंने नए औद्योगिक सेक्टरों के लिए जमीन का अधिग्रहण शीघ्र करने के निर्देश दिए. सीईओ ने किसानों को उनके आबादी का भूखंड जमीन उपलब्धता के आधार पर जहां तक संभव हो, उनके आसपास ही दिए जाने के निर्देश दिए. परियोजना विभाग से किसानों के आबादी भूखंडों के लंबित लीज प्लान शीघ्र बनाकर देने को कहा है. इस बैठक में एसीईओ अमनदीप डुली व जीएम प्लानिंग सुधीर कुमार समेत नियोजन विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे.
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मुख्य मार्गों पर बनीं इमारतें फसाड लाइटों से होंगी रोशन
नोएडा की तरह ग्रेटर नोएडा में भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे व अन्य मुख्य मार्गों पर फसाड लाइटें लगवाई जाएंगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर इसके लिए पॉलिसी बनाई जा रही है. पहले फेज में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, प्राधिकरण के सामने वाली 105 मीटर रोड व ग्रेटर नोएडा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से जोड़ने वाली 130 मीटर रोड के दोनों तरफ ऊंची इमारतों पर फसाड लाइटें लगाने पर विचार-विमर्श किया गया. ताकि इन रास्तों से गुजरने वालों को हर दिवाली जैसा फील हो सके.
इससे शहर की खूबसूरती भी बढ़ जाएगी. 500-500 मीटर की दूरी पर ये लाइटें लगाई जा सकती हैं. इन सड़कों के दोनों तरफ शिक्षण संस्थानों, ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट, कार्पोरेट ऑफिसों आदि द्वारा इन बिल्डिंग्स पर स्वयं ये लाइटें लगवाई जाएंगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने समीक्षा बैठक के दौरान इस पॉलिसी पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए.
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