नई दिल्ली: दिल्ली के तीन नगर निगम का एकीकरण हो गया है, जिसके तहत कमिश्नर और स्पेशल ऑफिसर की नियुक्ति भी कर दी गई है. इसी बीच एकीकरण से पूर्व हुई दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के सेंट्रल जोन में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई ने कई राजनीतिक सुर्खियां बटोरी थी. बता दें कि निगम की कार्रवाई सेंट्रल जोन के शाहीन बाग, मदनपुर खादर, एनएफसी लोधी कॉलोनी सहित कई इलाकों में हुई थी. इस दौरान निगम को आम जनता का भी भारी विरोध झेलना पड़ा था.
गौरतलब है कि दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में निगम की अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई को स्थानीय लोगों का भारी विरोध झेलना पड़ा था. इस दौरान विरोध के समर्थन में ओखला से AAP विधायक अमानतुल्लाह खान भी मौजूद दिखे, इसके चलते उनपर पुलिस द्वारा मामला भी दर्ज किया गया, जिसने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी. वहीं मदनपुर खादर इलाके में भी विधायक अमानतुल्लाह खान मौजूद दिखे, जिसके चलते एक बार फिर उनके खिलाफ कालिंदीकुंज थाने में मामला दर्ज हुआ, जिसमें पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. हालांकि अगले ही दिन उनको अदालत से जमानत भी मिल गई. साथ ही साथ सेंट्रल जोन के अंतर्गत न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, लोधी कॉलोनी, तेहखंड सहित अन्य इलाकों में भी करीब दो हफ्ते तक निगम की अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रही.
वहीं निगम की इस कार्रवाई ने बीजेपी, AAP और कांग्रेस को आमने-सामने ला खड़ा किया. AAP द्वारा निगम की इस कार्रवाई का जमकर विरोध किया गया, जिसके चलते AAP नेता और विधायक स्थानीय लोगों के साथ निगम की इस कार्रावाई के खिलाफ आवाज मुखर करते हुए दिखाई दिए. साथ ही बीजेपी शासित नगर निगम पर गैरकानूनी कार्रवाई करने के आरोप लगाए. बीजेपी ने निगम के कार्रवाई में उलटे AAP पर लगाते हुए इसे अतिक्रमण के खिलाफ बताया. इसके अलावा कांग्रेस ने इन कार्रवाईयों को मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने वाला बताया.
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