नई दिल्लीः दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में स्थित झुग्गी वासियों को नरेला शिफ्ट करने के डीडीए की रायशुमारी का विरोध किया जा रहा है. इसके विरोध में गुरुवार को आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और विधायक आतिशी अपने समर्थकों के साथ कालकाजी स्थित डीडीए ऑफिस पहुंची और ज्ञापन सौंपा. इस दौरान जमकर नारेबाजी की गईं. आतिशी ने बताया कि साजिश के साथ बीजेपी झुग्गीवासियों को नरेला भेजने का प्रयास कर रही है. इसको हम कामयाब होने नहीं देंगे. (AAP and Congress oppose shifting of Govindpuri slums to Narela)
उन्होंने कहा कि जब तक आम आदमी पार्टी है, तब तक किसी भी झुग्गीवासियों को नरेला नहीं भेजने देंगे. डीडीए अधिकारी को हमने ज्ञापन दिया है. नोटिस डीडीए द्वारा लगाया गया है, उसको वापस लेने की हम मांग करते हैं और जब तक ये नोटिस वापस नहीं होगा, तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा. इस दौरान उन्होंने जमकर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां झुग्गी, वहां मकान देने का वादा किया था. अब चुनाव के बाद ये लोग अपने वादे से मुकर रहे हैं और इतनी बड़ी आबादी को नरेला भेजना चाहते हैं. इसको आम आदमी पार्टी कामयाब नहीं होने नहीं देगी. आज क्षेत्र के लोगों द्वारा साइन किया हुआ लेटर हमने डीडीए को दिया है और इस आदेश को वापस लेने की मांग की है.
कांग्रेस ने भी किया विरोधः इस फैसले का कांग्रेस पार्टी ने भी विरोध किया है. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल डीडीए ऑफिस में जाकर ज्ञापन दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के अधिकारियों को सौंपा. कांग्रेस नेता खविंद्र सिंह कैप्टन ने बताया कि गोविंदपुरी क्षेत्र के नवजीवन और नेहरू कैंप के वासियों को डीडीए द्वारा नरेला भेजने की तैयारी चल रही है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं और इसी संबंध में हमने कांग्रेस पार्टी की तरफ से डीडीए अधिकारी को ज्ञापन सौंपें हैं. हमारी मांग है कि नवजीवन कैंप और नेहरू कैंप के वासियों को नरेला नही भेजा जाए और उनको यहीं पर ही घर बना कर दिया जाए.
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कैप्टन ने बताया कि इन झुग्गियों में 40,000 के करीब लोग रहते हैं. अगर उनको यहां से नरेला शिफ्ट किया जाएगा तो उनके जीवन पर इसका असर पड़ेगा. उनकी नौकरियां खत्म होगी. वहीं, जो बच्चे यहां पर पढ़ रहे हैं, उनकी पढ़ाई में दिक्कत होगी. इसके अलावा इतनी बड़ी आबादी के कालकाजी क्षेत्र से जाने से यहां की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी. इसीलिए हमारी डीडीए और केंन्द्र सरकार से मांग है कि इन सभी झुग्गी वासियों को यहीं पर मकान बना कर दिया जाए.
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