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जामिया: RCA में एडमिशन के लिए रिकॉर्ड 13 हजार छात्रों ने किया आवेदन

वहीं आवेदकों की संख्या में हुए इजाफा को लेकर आरसीए के डायरेक्टर पूर्व आईएएस अधिकारी एम.एफ फारुकी ने ईटीवी भारत को बताया कि आरसीए का रिजल्ट पिछले दो तीन वर्षों में काफी अच्छा रहा है.

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Published : Jul 18, 2019, 12:50 PM IST

RCA में रिकॉर्ड 13 हजार छात्रों ने किया आवेदन etv bharat

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी (आरसीए) से सिविल सर्विस की कोचिंग लेने के लिए इस बार रिकॉर्ड 13 हजार आवेदन आए हैं. जो कि गत वर्ष के मुकाबले 80 फीसदी अधिक है.

RCA में रिकॉर्ड 13 हजार छात्रों ने किया आवेदन

रिजल्ट दो तीन वर्षों में काफी अच्छा रहा है

वहीं आवेदकों की संख्या में हुए इजाफा को लेकर आरसीए के डायरेक्टर पूर्व आईएएस अधिकारी एम.एफ फारुकी ने ईटीवी भारत को बताया कि आरसीए का रिजल्ट पिछले दो तीन वर्षों में काफी अच्छा रहा है. उसी का नतीजा है कि छात्रों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आरसीए से कोचिंग लेने का उत्साह देखने को मिल रहा है.

एम.एफ फारुकी ने बताया कि इस बार 13,129 छात्रों ने आवेदन किए हैं. जबकि गत वर्ष 7,245 छात्रों ने आवेदन किया था. बता दें कि आरसीए में दो छात्रों को सिविल सर्विस की कोचिंग दी जाती है. जिसमें से हर साल 150 छात्रों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर होता है. इसके अलावा 50 पुराने छात्र होते हैं.

वहीं आरसीए के डायरेक्टर एम.एफ फारुकी ने बताया कि अकादमी से कोचिंग लेने वाले छात्रों की सफलता दर काफी अच्छी है. यही कारण है कि यहां पर प्रतिवर्ष आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आरसीए में माहौल कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसा नहीं है बल्कि यहां पर कमजोर वर्ग के छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जाती है, जिससे कि उनका सुनहरा भविष्य बन सके.

गत वर्ष 45 छात्र से ज्यादा सफल हुए थे

बता दें कि वर्ष 2018 की सिविल सर्विस परीक्षा में जामिया से कोचिंग लेने वाले जुनैद अहमद तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं आरसीए से कोचिंग लेकर वर्ष गत वर्ष 45 छात्र से ज्यादा सफल हुए थे. इसमें से 32 छात्रों ने आरसीए में रहकर कोचिंग ली थी. जबकि 13 अन्य ने ओरियंटेशन क्लास, एक्सपर्ट लेक्चर, मॉक इंटरव्यू और इंटरव्यू प्रोग्राम के लिए कोचिंग लिया था.

वहीं फारुकी ने बताया कि इस वर्ष 13129 आवेदनों में से सबसे अधिक आवेदन दिल्ली से 7484 आये हैं. जोकि सबसे अधिक है. इसके बाद जम्मू - कश्मीर से 1,177, उत्तर प्रदेश से 1150, बिहार से 792, महाराष्ट्र से 601, हैदराबाद से 490, जयपुर से 462, त्रिवेंद्रम से 398, बेंगलुरू से 279 और सबसे कम चेन्नई से 95 छात्रों ने आवेदन किया है.

दो सौ से अधिक छात्र सिविल सर्वेंट बन चुके हैं

बता दें कि आरसीए की स्थापना वर्ष 2010 में हुई थी. तब से लेकर अब तक अकादमी से दो सौ से अधिक छात्र सिविल सर्वेंट बन चुके हैं और करीब ढाई सौ से अधिक छात्र केंद्रीय और राज सेवाओं में कार्यरत है. मालूम हो कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और महिलाओं को लोक सेवाओं की परीक्षा के लिए निशुल्क तैयारी कराने के लिए वर्ष 2010 में आरसीए का गठन किया था.

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी (आरसीए) से सिविल सर्विस की कोचिंग लेने के लिए इस बार रिकॉर्ड 13 हजार आवेदन आए हैं. जो कि गत वर्ष के मुकाबले 80 फीसदी अधिक है.

RCA में रिकॉर्ड 13 हजार छात्रों ने किया आवेदन

रिजल्ट दो तीन वर्षों में काफी अच्छा रहा है

वहीं आवेदकों की संख्या में हुए इजाफा को लेकर आरसीए के डायरेक्टर पूर्व आईएएस अधिकारी एम.एफ फारुकी ने ईटीवी भारत को बताया कि आरसीए का रिजल्ट पिछले दो तीन वर्षों में काफी अच्छा रहा है. उसी का नतीजा है कि छात्रों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आरसीए से कोचिंग लेने का उत्साह देखने को मिल रहा है.

एम.एफ फारुकी ने बताया कि इस बार 13,129 छात्रों ने आवेदन किए हैं. जबकि गत वर्ष 7,245 छात्रों ने आवेदन किया था. बता दें कि आरसीए में दो छात्रों को सिविल सर्विस की कोचिंग दी जाती है. जिसमें से हर साल 150 छात्रों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर होता है. इसके अलावा 50 पुराने छात्र होते हैं.

वहीं आरसीए के डायरेक्टर एम.एफ फारुकी ने बताया कि अकादमी से कोचिंग लेने वाले छात्रों की सफलता दर काफी अच्छी है. यही कारण है कि यहां पर प्रतिवर्ष आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आरसीए में माहौल कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसा नहीं है बल्कि यहां पर कमजोर वर्ग के छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जाती है, जिससे कि उनका सुनहरा भविष्य बन सके.

गत वर्ष 45 छात्र से ज्यादा सफल हुए थे

बता दें कि वर्ष 2018 की सिविल सर्विस परीक्षा में जामिया से कोचिंग लेने वाले जुनैद अहमद तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं आरसीए से कोचिंग लेकर वर्ष गत वर्ष 45 छात्र से ज्यादा सफल हुए थे. इसमें से 32 छात्रों ने आरसीए में रहकर कोचिंग ली थी. जबकि 13 अन्य ने ओरियंटेशन क्लास, एक्सपर्ट लेक्चर, मॉक इंटरव्यू और इंटरव्यू प्रोग्राम के लिए कोचिंग लिया था.

वहीं फारुकी ने बताया कि इस वर्ष 13129 आवेदनों में से सबसे अधिक आवेदन दिल्ली से 7484 आये हैं. जोकि सबसे अधिक है. इसके बाद जम्मू - कश्मीर से 1,177, उत्तर प्रदेश से 1150, बिहार से 792, महाराष्ट्र से 601, हैदराबाद से 490, जयपुर से 462, त्रिवेंद्रम से 398, बेंगलुरू से 279 और सबसे कम चेन्नई से 95 छात्रों ने आवेदन किया है.

दो सौ से अधिक छात्र सिविल सर्वेंट बन चुके हैं

बता दें कि आरसीए की स्थापना वर्ष 2010 में हुई थी. तब से लेकर अब तक अकादमी से दो सौ से अधिक छात्र सिविल सर्वेंट बन चुके हैं और करीब ढाई सौ से अधिक छात्र केंद्रीय और राज सेवाओं में कार्यरत है. मालूम हो कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और महिलाओं को लोक सेवाओं की परीक्षा के लिए निशुल्क तैयारी कराने के लिए वर्ष 2010 में आरसीए का गठन किया था.

Intro:नई दिल्ली । जामिया मिल्लिया इस्लामिया

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी ( आरसीए ) से सिविल सर्विस की कोचिंग लेने के लिए इस बार रिकॉर्ड 13 हजार आवेदन आए हैं जो कि गत वर्ष के मुकाबले 80 फ़ीसदी अधिक है. वहीं आवेदकों की संख्या में हुए इजाफा को लेकर आरसीए के डायरेक्टर पूर्व आईएएस अधिकारी एम.एफ फारुकी ने बताया कि आरसीए का रिजल्ट पिछले दो तीन वर्षों में काफी अच्छा रहा है. उसी का नतीजा है कि छात्रों में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के आरसीए से कोचिंग लेने का उत्साह देखने को मिल रहा है.




Body:जामिया मिल्लिया इस्लामिया के रेजिडेंशियल कोचिंग अकादेमी के डायरेक्टर एम.एफ फारुकी ने बताया कि इस बार 13,129 छात्रों ने आवेदन किए हैं जबकि गत वर्ष 7,245 छात्रों ने आवेदन किया था. बता दें कि आरसीए में दो छात्रों को सिविल सर्विस की कोचिंग दी जाती है. जिसमें से हर साल 150 छात्रों का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर होता है. इसके अलावा 50 पुराने छात्र होते हैं.

वहीं आरसीए के डायरेक्टर एम.एफ फारुकी ने बताया कि अकादमी से कोचिंग लेने वाले छात्रों की सफलता दर काफी अच्छी है. यही कारण है की यहां पर प्रतिवर्ष आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आरसीए में माहौल कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसा नहीं है बल्कि यहां पर कमजोर वर्ग के छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जाती है जिससे कि उनका सुनहरा भविष्य बन सके.

बता दें कि वर्ष 2018 कि सिविल सर्विस की परीक्षा में जामिया से कोचिंग लेने वाले जुनैद अहमद तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं आरसीए से कोचिंग लेकर वर्ष गत वर्ष 45 छात्र से ज़्यादा सफल हुए थे. इसमें से 32 छात्रों ने आरसीए में रहकर कोचिंग ली थी जबकि 13 अन्य ने ओरियंटेशन क्लास, एक्सपर्ट लेक्चर, मॉक इंटरव्यू और इंटरव्यू प्रोग्राम के लिए कोचिंग लिया था.

वहीं फारुकी ने बताया कि इस वर्ष 13129 आवेदनों में से सबसे अधिक आवेदन दिल्ली से 7484 आये हैं जोकि सबसे अधिक है. इसके बाद जम्मू - कश्मीर से 1,177, उत्तर प्रदेश से 1150, बिहार से 792, महाराष्ट्र से 601, हैदराबाद से 490, जयपुर से 462, त्रिवेंद्रम से 398,बेंगलुरू से 279 और सबसे कम चेन्नई से 95 छात्रों ने आवेदन किया है.




Conclusion:बता दें कि आरसीए की स्थापना वर्ष 2010 में हुई थी तब से लेकर अब तक अकादमी से दो सौ से अधिक छात्र सिविल सर्वेंट बन चुके हैं और करीब ढाई सौ से अधिक छात्र केंद्रीय और राज सेवाओं में कार्यरत है. मालूम हो कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और महिलाओं को लोक सेवाओं की परीक्षा के लिए निशुल्क तैयारी कराने के लिए वर्ष 2010 में आरसीए का गठन किया था.
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