ETV Bharat / state

नहीं बुझ रही इस 'गांव की प्यास', लोगों ने कहा- हम प्यासे ही नहीं पिछड़े भी हैं - ramesh bidhuri

दक्षिण दिल्ली का एक 'लाल कुआं गांव' ऐसा है. जहां पीने के पानी के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं और यहां के लोग बाजार से पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं.

लाल कुआं गांव के लोगों ने बताई अपनी समस्या
author img

By

Published : May 21, 2019, 12:00 AM IST

Updated : May 21, 2019, 12:39 PM IST

नई दिल्ली: मुफ्त पानी का वादा कर दिल्ली की सत्ता पर बैठी आम आदमी पार्टी लोगों की प्यास बुझाने में नाकाम दिख रही है. गर्मी के मौसम में हालात यह है कि दिल्ली के अधिकांश इलाकों में पीने का पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है, वहीं कई इलाके तो ऐसे भी हैं जहां पीने की पाइपलाइन तक नहीं बिछाई गई है.

Water Electricity Problems in Lal Kuan village in Delhi
गांव में नाले की स्थिती

दक्षिण दिल्ली का एक 'लाल कुआं गांव' ऐसा है. जहां पीने के पानी के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं और यहां के लोग बाजार से पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं.

गांव में है 2000 वोटर्स
वोट बैंक के नजरिए से देखें तो ये गांव काफी समृद्ध है. इस गांव में 5000 से ज्यादा की आबादी है और दो हजार वोट हैं. लेकिन बुनियादी सुविधाओं में यह गांव बहुत ही पिछड़ा हुआ है. गांव में टूटी हुईं सड़कें, सड़कों पर बहता गंदे नाले का पानी, जहां-तहां बिखरा हुआ कूड़ा करकट हर जगह नजर आता है.

Water Electricity Problems in Lal Kuan village in Delhi
गांव में नाले की स्थिती

गांव में नहीं है पीने का पानी
गांव के लोगों की यही समस्या जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम यहां पहुंची. गांव की औरतों ने बताया कि चुनाव से पहले कई लोग आए थे और उन्होंने वादा किया था कि गांव में पक्की सड़कें और पीने के पानी का इंतजाम किया जाएगा लेकिन कोई इंतजाम आज तक नहीं किया गया.

ईटीवी भारत ने दिल्ली के लाल कुआं गांव की स्थिती का जायजा लिया

लोगों ने व्यक्त की सरकार से नाराजगी
ग्रामीणों ने कहा कि सरकार की ओर से पानी घर-घर पहुंचाने का वादा किया गया था लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया गया, जो हमसे की गई थी. जिस वजह से आज हमलोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं या फिर बोतलबंद पानी खरीद कर अपना गुजारा कर रहे हैं.

गांव में भरी पड़ी हैं नालियां
वहीं लोगों ने कहा कि गांव में जगह-जगह नालियां भरी पड़ी हैं, जिसके कारण कई बीमारियां फैल रही हैं. वहीं गांव में कहीं भी पानी के निकास की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण पानी सड़कों पर जम जाता है और फिर उसमें मच्छर पनपने लगते हैं. जिसके कारण कई बीमारियां के फैलने का डर बना रहता है.

Water Electricity Problems in Lal Kuan village in Delhi
गांव में नाले की स्थिती

हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों ने केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां पर लोगों ने सड़कें खुद अपने पैसों से बनवाई हैं और जिन इलाकों में स्ट्रीट लाइट नहीं है. उन इलाकों में स्ट्रीट लाइट उन्होंने खुद अपने पैसों से लगवाई हैं. कई बार शिकायत के बाद और निवेदन करने के बाद भी उनके इलाकों में सड़कें और स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई.

लोगों ने आज तक नहीं देखा अपने नेता को
लोगों का कहना था कि उन्होंने सालों से ना ही अपने विधायक को देखा है ना ही काउंसलर को और ना ही स्थानीय सांसद को. कोई भी नेता इस इलाके का जायजा लेने नहीं आया. बता दें कि इस यहां के सांसद रमेश बिधूड़ी हैं, जबकि विधायक सही राम पहलवान हैं, जो आम आदमी पार्टी के हैं.

घंटों तक नहीं आती गांव में बिजली
जब हमने बिजली को लेकर सवाल किए तो उन्होंने कहा कि बिजली की समस्या यहां पर लगातार बनी हुई है. रात रात भर बिजली नहीं आती है और कई घंटों तक पावर कट किया जाता है.

हालांकि, गांव के लोगों का कहना है कि पीने के पानी की लाइन डल चुकी है लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है. कुछ समय पहले ही गंगा वाटर की लाइन डाली गई थी लेकिन उसमें पानी नहीं आता.

नई दिल्ली: मुफ्त पानी का वादा कर दिल्ली की सत्ता पर बैठी आम आदमी पार्टी लोगों की प्यास बुझाने में नाकाम दिख रही है. गर्मी के मौसम में हालात यह है कि दिल्ली के अधिकांश इलाकों में पीने का पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है, वहीं कई इलाके तो ऐसे भी हैं जहां पीने की पाइपलाइन तक नहीं बिछाई गई है.

Water Electricity Problems in Lal Kuan village in Delhi
गांव में नाले की स्थिती

दक्षिण दिल्ली का एक 'लाल कुआं गांव' ऐसा है. जहां पीने के पानी के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं और यहां के लोग बाजार से पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं.

गांव में है 2000 वोटर्स
वोट बैंक के नजरिए से देखें तो ये गांव काफी समृद्ध है. इस गांव में 5000 से ज्यादा की आबादी है और दो हजार वोट हैं. लेकिन बुनियादी सुविधाओं में यह गांव बहुत ही पिछड़ा हुआ है. गांव में टूटी हुईं सड़कें, सड़कों पर बहता गंदे नाले का पानी, जहां-तहां बिखरा हुआ कूड़ा करकट हर जगह नजर आता है.

Water Electricity Problems in Lal Kuan village in Delhi
गांव में नाले की स्थिती

गांव में नहीं है पीने का पानी
गांव के लोगों की यही समस्या जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम यहां पहुंची. गांव की औरतों ने बताया कि चुनाव से पहले कई लोग आए थे और उन्होंने वादा किया था कि गांव में पक्की सड़कें और पीने के पानी का इंतजाम किया जाएगा लेकिन कोई इंतजाम आज तक नहीं किया गया.

ईटीवी भारत ने दिल्ली के लाल कुआं गांव की स्थिती का जायजा लिया

लोगों ने व्यक्त की सरकार से नाराजगी
ग्रामीणों ने कहा कि सरकार की ओर से पानी घर-घर पहुंचाने का वादा किया गया था लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया गया, जो हमसे की गई थी. जिस वजह से आज हमलोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं या फिर बोतलबंद पानी खरीद कर अपना गुजारा कर रहे हैं.

गांव में भरी पड़ी हैं नालियां
वहीं लोगों ने कहा कि गांव में जगह-जगह नालियां भरी पड़ी हैं, जिसके कारण कई बीमारियां फैल रही हैं. वहीं गांव में कहीं भी पानी के निकास की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण पानी सड़कों पर जम जाता है और फिर उसमें मच्छर पनपने लगते हैं. जिसके कारण कई बीमारियां के फैलने का डर बना रहता है.

Water Electricity Problems in Lal Kuan village in Delhi
गांव में नाले की स्थिती

हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों ने केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां पर लोगों ने सड़कें खुद अपने पैसों से बनवाई हैं और जिन इलाकों में स्ट्रीट लाइट नहीं है. उन इलाकों में स्ट्रीट लाइट उन्होंने खुद अपने पैसों से लगवाई हैं. कई बार शिकायत के बाद और निवेदन करने के बाद भी उनके इलाकों में सड़कें और स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई.

लोगों ने आज तक नहीं देखा अपने नेता को
लोगों का कहना था कि उन्होंने सालों से ना ही अपने विधायक को देखा है ना ही काउंसलर को और ना ही स्थानीय सांसद को. कोई भी नेता इस इलाके का जायजा लेने नहीं आया. बता दें कि इस यहां के सांसद रमेश बिधूड़ी हैं, जबकि विधायक सही राम पहलवान हैं, जो आम आदमी पार्टी के हैं.

घंटों तक नहीं आती गांव में बिजली
जब हमने बिजली को लेकर सवाल किए तो उन्होंने कहा कि बिजली की समस्या यहां पर लगातार बनी हुई है. रात रात भर बिजली नहीं आती है और कई घंटों तक पावर कट किया जाता है.

हालांकि, गांव के लोगों का कहना है कि पीने के पानी की लाइन डल चुकी है लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है. कुछ समय पहले ही गंगा वाटर की लाइन डाली गई थी लेकिन उसमें पानी नहीं आता.

Intro:मुफ्त पानी का वादा कर दिल्ली के तख्त पर बैठी आम आदमी पार्टी लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रही है हालात यह हैं कि दिल्ली के अधिकांश इलाकों में पीने का पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पाता है कई इलाके तो ऐसे भी हैं जहां पीने की पाइपलाइन तक तो नहीं बिछाई गई है, तो फिर पानी नसीब कहां से हो, लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए बाजार से बोतल बंद पानी पर निर्भर हैं. ऐसा ही एक इलाका दक्षिण दिल्ली में है दक्षिण दिल्ली के लाल कुआं गांव मैं लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं और बाजार से पानी खरीद कर पीने को मजबूर हैं.


Body:गांव में है 2000 वोटर्स
वोट बैंक के नजरिए से तो के गांव काफी समृद्ध है इस गांव में 5000 से ज्यादा की आबादी है और दो हजार वोट हैं लेकिन बुनियादी सुविधाओं में यह गांव उतना ही पिछड़ा हुआ है गांव में टूटी सड़कें, सड़कों पर बहता गंदा नाले का पानी, जहां तहां बिखरा हुआ कूड़ा करकट नजर आता है ग्रामीणों का दर्द यह है कि चुनाव के वक्त भी कोई प्रत्याशी यहां झांकने नहीं आता जिनसे की वो अपनी परेशानी बता सके और अपने परेशानी को दूर करवानी की गुहार लगा सके.

गांव में नहीं है पीने का पानी
यही जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम गांव पहुंची और इस गांव की स्थिति का जायजा लिया. जैसे ही हम गांव में दूसरे टूटी-फूटी सड़कों में और सड़कों पर भरे गंदे पानी ने हमारा स्वागत किया लोगों से जब हमने उनकी समस्याएं पूछी तो सबसे पहले लोगों ने कहा की गांव के आसपास के इलाकों में पीने का पानी आता है यह किस गांव में अभी तक पीने का पानी नहीं आया है जिसके कारण वह बाजार से बोतलबंद पानी की बोतलें खरीदने को मजबूर है और उन्हीं बोतलों को खरीद कर अपना गुजारा कर रहे हैं, जब हमने गांव की औरतों से बात की तो उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले कई लोग आए थे और उन्होंने वादा किया था कि गांव में पक्की सड़कें साफ ना लिया और पीने के पानी का इंतजाम किया जाएगा लेकिन कोई इंतजाम आज तक नहीं किया गया अभी तक ना लिया उसी तरह पढ़ी हुई है साथ ही सड़कों की बात करें तो सड़के टूटी है जिसके कारण हर समय वहां पर गंदा नाले का पानी भरा रहता है

लोगों ने व्यक्त की सरकार से नाराजगी
लोगों का साफ तौर पर कहना था सरकार की ओर से गंगा वॉटर घर घर पहुंचाने का वादा किया गया था लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया गया और ना ही किसी के घर पीने का पानी पहुंचा है जिसके कारण कि आप तो फिर वह गंदा पानी पीने को मजबूर हैं या फिर बोतलबंद पानी खरीद कर अपना गुजारा कर रहे हैं

गांव में भरी पड़ी है नालियां
लोगों का कहना था कि गांव में जगह-जगह नालिया भरी पड़ी है और उन बालों में कीड़े पड़ रहे हैं जिसके कारण कई बीमारियां फैल रही है वहीं गांव में कहीं भी पानी के निकास की व्यवस्था नहीं है जिसके कारण पानी सड़कों पर यह नालियों में जमा हो जाता है और फिर वह मच्छर मक्खी उसमें फंस जाते हैं जिससे कई बीमारियां फैलने का डर बना रहा है लोगों का साथ और सरकार से और प्रशासन से शिकायत थी कि सभी लोग कई वादे करने के लिए आते हैं और कई बड़े बड़े वादे करके जाते हैं लेकिन खत्म होने के बाद कोई भी उन वादों को पूरा नहीं करता.

भाई ना होने पर लोगों ने खुद किए हैं कई काम
हालांकि इस दौरान कुछ लोगो ने आम आदमी पार्टी को लेकर कहा कि आम आदमी पार्टी की ओर से फिर भी कुछ काम किए गए हैं लेकिन पिछली सरकारों ने कोई काम नहीं किया था लोगों की शिकायत है कि अपने दरवाजे के आगे कई सड़कें उन्होंने खुद अपने पैसों से बनवाई हैं और जिन इलाकों में स्ट्रीट लाइट नहीं है उन इलाकों में स्ट्रीट लाइट उन्होंने खुद अपने पैसों से लगवाई है कई बार शिकायत के बाद और निवेदन करने के बाद भी उनके इलाकों में सड़के और स्ट्रीट लाइट की सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई.

लोगों ने आज तक नहीं देखा अपने नेता को
लोगों का साफ तौर पर यह कहना था कि उन्होंने ना ही आज तक अपने विधायक को देखा है ना ही काउंसलर को और ना ही स्थानीय सांसद को कोई भी इस इलाके में इस इलाके की स्थिति का जायजा लेने के लिए अभी तक नहीं आया कई शिकायतें की गई पानी सड़कों और साथ ही साथ चुप पीने का पानी है उसको लेकर लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं की गई.

कई कई घंटों तक नहीं आती गांव में बिजली
जब हम गांव में कुछ और दूर तक पहुंचे तो हमने देखा कि गांव में सिर्फ पानी और सड़कों की समस्या नहीं है बल्कि बिजली भी की भी समस्या यहां पर लगातार बनी हुई है लोगों का कहना था कि रात रात भर बिजली नहीं आती है और कई घंटों तक पावर कट किया जाता है इसी के साथ जिस वक्त हम गांव में पहुंचे थे उस समय भी गांव में बिजली नहीं आ रही थी


Conclusion:पिछले 50 सालों से गांव में नहीं आया पीने का पानी
कई लोगों से बात करते हुए स्थिति सामने यह आई कि लोगों को सबसे ज्यादा जो समस्या है वह पीने के पानी की है लोगों का कहना था कि 50 साल हो चुके हैं इस गांव को लेकिन बावजूद इसके अभी तक इस गांव में पीने का पानी नहीं आया है गंगा वाटर कई इलाकों में पहुंच चुका है लेकिन इस गांव में अभी तक पीने का पानी घर घर तक नहीं पहुंचा है हालांकि पीने के पानी की लाइन ढल चुकी है लेकिन उसे चालू नहीं किया गया है कुछ समय पहले ही गंगा वाटर की लाइन डाली गई थी लेकिन उसमें पानी नहीं आता लोगों का कहना था कि वह सर पर रोते हुए पानी लेकर आते हैं और इसी तरह लगातार पानी भर रहे हैं लेकिन उनकी समस्याएं कोई दूर करने नहीं आता.

गौर करने वाली बात यह है की गांव का विधायक भी है गांव में काउंसलर भी है और स्थानीय सांसद भी है लेकिन बावजूद इसके गांव इतना पिछड़ा हुआ है कि जो मूलभूत सुविधाएं हैं वह भी इस गांव में मौजूद नहीं है बिजली पानी और सड़क हुए इस तरीके की हालत है की ग्रामीण इलाकों में भी ऐसी हालत नहीं होगी वहीं दिल्ली के पॉश इलाके साउथ दिल्ली जोकि कई पॉश इलाकों में आता है संसद से कुछ ही दूरी पर बसा हुआ है उसके बावजूद इस गांव में पीने का पानी लाइट की सुविधा और ना ही स्तर के हैं वहीं मौजूदा सरकार की बात की जाए तो दिल्ली सरकार जब सत्ता में आई थी तो उसने दिल्लीवासियों को मुफ्त पानी देने की घोषणा की थी और घर-घर तक पानी पहुंचाने का वायदा किया था लेकिन गांव की स्थिति उलट ही नजर आती है


नोट- वीडियो में विजुअल भी हैं उन्हें भी यूज कर लेना बाकी इमेजेस भी हैं उन्हें भी यूज कर लेना
Last Updated : May 21, 2019, 12:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.