नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के वसंत कुंज इलाके से निगम पार्षद मनोज महलावत लोगों के लिए जड़ी-बूटियों से बना एक चूर्ण बांटने की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस चूर्ण से बना काढ़ा लोगों को कोरोना से बचाव में मदद करेगा. बीते युग में किसी भी बीमारी का इलाज ऐसे ही जड़ी-बूटी से किया जाता था. वक्त भले ही बदल गया हो, लेकिन भारत के परंपरागत जड़ी-बूटी और इनसे बनाई गई औषधि आज भी काफी ज्यादा कारगर है.
कोरोना से बचाव के लिए जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल
दिल्ली के वसंत कुंज इलाके से निगम पार्षद मनोज मेहलावत किशनगढ़ गांव के निवासी है. इन्होंने अपने पूर्वजों से जो सीखा है. आज वो महामारी के इस दौर में सभी के सामने लेकर आए हैं. राजनेता मनोज मेहलावत के पूर्वज जड़ी बूटी आयुर्वेद से औषधि के बारे में काफी जानकारी रखते थे. लॉकडाउन 4 में निगम पार्षद लोगों के लिए एक चूर्ण बांटने की तैयारी कर रहे हैं.
निगम पार्षद ने की लॉकडाउन 4 की तैयारी
उनका कहना है कि लोंग, इलाइची, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ और तुलसी पत्र के चूर्ण ये सभी जड़ी-बूटी पारंपरिक भारत की धरोहर है. बीते युग में किसी भी बीमारी का इलाज ऐसे ही जड़ी-बूटी से किया जाता था. वक्त भले ही बदल गया हो, लेकिन भारत के परंपरागत जड़ी बूटी और इनसे बनाई गई औषधि आज भी काफी ज्यादा कारगर है. इसके जरिए बनाया गया काढ़ा इस बीमारी के संक्रमण को शरीर में काफी हद तक काम करने के लिए कारगर है. लॉकडाउन 0.4 शुरू होने वाला है कई चीजों की रियायत मिल गई है. लिहाजा हर किसी को चिंता है कि कहीं संक्रमण और ज्यादा ना पहले इसको लेकर निगम पार्षद अपने कार्यालय में ही तैयारी में जुट गए हैं.
'एक हजार डिब्बे बांटने से होगी शुरुआत"
लॉकडाउन के दौरान निगम पार्षद ने अपने क्षेत्र में लाखों की संख्या में लोगों को राशन बांटा. अब इनकी तैयारी लॉकडाउन 4 के लिए है. निगम पार्षद इन जड़ी बूटी से चूर्ण बनाकर अपने पूरे क्षेत्र में बाटेंगे. जिसकी शुरुआत हजार से ऊपर डब्बे से होगी. एक डिब्बे में इतना काढ़ा होगा, जिसे एक परिवार एक महीने तक पी सकता है. उनका कहना है कि वक्त के साथ-साथ अब समय आ गया है हमारे खान-पान को भी बदलने का लिहाजा जो लोग चाय पीना पसंद करते हैं. वो इस काढ़े का इस्तेमाल करें, तो कोरोना संक्रमण उन्हें संक्रमित करें ये काफी मुश्किल होगा.