नई दिल्ली : राजधानी में आवारा पशुओं की समस्या किसी से छिपी नहीं है, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन आंख मूंदकर बैठा है. जिस विभाग पर इन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी है, अब उस पर भी अंगुली उठ रही है.
बांध रोड पर आवारा पशुओं का आतंक दिल्ली में आवारा पशुओं की कई जगह तादाद काफी बढ़ती जा रही है और हर रोज एक्सीडेंट के मामले भी बढ़ रहे हैं. अगर बात देवली विधानसभा क्षेत्र के बांध रोड की करें तो यहां हर रोज आवारा पशुओं की तादात लगातार बढ़ रही है, लेकिन इन पर अभी तक के शासन-प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए.
बांध रोड पर आवारा पशुओं का आतंक राहगीरों ने बताया कि हर रोज शाम के वक्त गाय का झुंड सड़क को घेर लेता है और पैदल चलने वाले लोगों को निशाना बनाते हैं. उन्होंने बताया कि ज्यादातर गाय पालतू हैं, लोग दूध निकालकर गाय को यहां पर छोड़ जाते हैं. इसके बाद भी प्रशासन इन गायों के मालिकों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. जिसके चलते जहां गायें दुर्घटना का शिकार हो रही हैं, वहीं लोग भी इनका शिकार बनते हैं.
वहीं स्थानीय निगम पार्षद माया बिष्ट का कहना है कि जो लोग अपनी गायों को अवारा छाेड़ रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जा रही है. कई लोगों के चालान भी काटे गये हैं, लेकिन वह गौशाला जाकर वहां से चालान भरकर अपनी गायों को वापस ले आते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि लोग अपने मतलब के लिए गाय माता का उपयोग कर उन्हें यहां छोड़ जाते हैं, जिसके चलते गाय पॉलिथीन और प्लास्टिक खा रही हैं, जिससे उनको काफी नुकसान हो रहा है और काफी गंभीर हालत में बीमार होने के बाद गाय मर भी जाती हैं.
स्थानीय निगम पार्षद ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि ऐसे गौपालक बाज नहीं आए तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार करवाया जाएगा. उन्होंने अपील की है कि गाय माता को ऐसे तड़पने पर मजबूर न करें और गाय का ढंग से ख्याल रखें.