नई दिल्ली: तमिलनाडु में कपड़ों पर की जाने वाली खास प्रकार की टोडा पुगर कढ़ाई की अपनी खास विशेषता है. ये कला देश की सबसे प्राचीन जनजातियों की कला है जो अब आपको दिल्ली में भी देखने को मिल जाएगी. दिल्ली हाट में लगे आदि महोत्सव में इस कढ़ाई के कुशन कवर और थैले मौजूद हैं.
अगर आप तमिलनाडु के टोडा वर्ग के बनाए सामान को खरीदना चाहते हैं, तो दिल्ली हाट में लगे आदि महोत्सव में जा सकते हैं. यहां पर टोडा वर्क किए हुए कुशन कवर, बैग और थैले मौजूद हैं.
विशेष कढ़ाई
तमिलनाडु की इस शॉप पर मौजूद सोनिया ने बताया-
ये कढ़ाई विशेष तौर पर महिलाओं द्वारा की जाती है. इसमें लाल और सफेद कपड़ा जरूर इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि जो इस कढ़ाई का बेस है वो सफेद कपड़े का ही रखा जाता है. खास बात ये है कि दिल्ली में जो समान टोडा वर्क वाला लाया गया है, वो यूनिक है और अलग-अलग तरीकों के कपड़ों पर डिजाइन किया गया है.
₹300 में मिल रहा है बैग
स्टॉल पर मौजूद सोनिया ने बताया कि टोडा वर्क किए इन थैलों का रेट मात्र ₹300 रखा गया है. ये बैग लोग अपने रोजाना के कामों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे सिंगल यूज प्लास्टिक से भी छुटकारा मिलेगा. ये थैले फोल्डेबल हैं, जिन्हें आसानी से कैरी किया जा सकता है.