नई दिल्ली: राजधानी में लगातार हो रही बारिश और उसके चलते बन रही जलभराव की स्थितियों की वजह से यहां पर जल जनित बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. इसी को मद्देनजर साउथ एमसीडी अपने इलाके में मच्छरों के प्रजनन को लेकर लोगों को सचेत कर रही है और बड़े स्तर पर इसी के लिए कार्रवाई भी कर रही है. मंगलवार को निगम कर्मचारियों ने सरकारी कार्यालयों, पुलिस स्टेशन, शैक्षणिक संस्थानों और डीटीसी बस डिपो में मच्छरों का प्रजनन मिलने पर कुल 83 कानूनी नोटिस थमाए.
मेयर ने दी जानकारी
मेयर अनामिका ने बताया कि साउथ एमसीडी के जन स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी जगहों पर बड़े स्तर का अभियान चलाया है. जनस्वास्थ्य विभाग ने 307 सरकारी कार्यालयों, 62 पुलिस स्टेशन, 67 शैक्षणिक संस्थानों और 12 डीटीसी डिपो का निरीक्षण किया. जिसमें से 75 सरकारी कार्यालयों, 20 पुलिस स्टेशन, 8 डीटीसी डिपो और 9 शैक्षणिक संस्थानों के अंदर मच्छरों का प्रजनन पाया गया. उन्होंने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग ने इन संस्थानों और कार्यालयों को 83 कानूनी नोटिस और 7 चालान जारी किए हैं. ये नोटिस दिल्ली नगर निगम मलेरिया और अन्य मच्छर जनित बीमारियों नियम 1957 के प्रावधान के अंतर्गत जारी किए गए हैं.
बताया गया कि साउथ एमसीडी के सार्वजनिक जागरूकता अभियान, रेडियो और समाचार पत्रों के माध्यम से प्रचार करने के बाद भी व्यापक अभियान में 112 परिसरों में मच्छरों का प्रजनन पाया गया. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के नियंत्रण के लिए जनता की भागीदारी आवश्यक है. ऐसे में नगर निगमों के साथ लोगों को भी सचेत रहना होगा.
इन क्षेत्रों में मच्छरों की अधिक समस्या
जिन प्रमुख जगहों पर आज मच्छरों का प्रजनन पाया गया उसमें बीएसईएस कार्यालय ख्याला, बीएसईएस कार्यालय एंड्रयूज गंज, डीटीसी डिपो केशोपुर, डीएमआरसी हरकेश नगर, रेलवे डिस्पेंसरी प्रहलाद पुर, पुलिस स्टेशन मेहरौली, पुलिस स्टेशन कालकाजी, पुलिस स्टेशन डाबरी, पुलिस स्टेशन सरिता विहार, पुलिस स्टेशन वसंत विहार, पुलिस स्टेशन हरी नगर, आर्यभट्ट कॉलेज मोती बाग, आईआईटी गेट दिल्ली, डीटीसी डिपो तहखंड, एनएसआईटी केंपस, आईआईटी कैंपस हौज खास आदि शामिल थे.
स्थाई समिति के अध्यक्ष राजेश गहलोत ने भी लोगों से अपील की कि वे पानी जमा न होने दें और पानी के भंडारण स्थल और बर्तनों को ढक कर रखें, ताकि मच्छर अंडा ना दे सकें. इससे मच्छरों के प्रजनन पर नियंत्रण होगा और मानसून के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों की आशंका कम की जा सकेगी.