ETV Bharat / state

डॉक्टर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को दिया जा रहा सेकेंड डोज

कोरोना के कारण पिछले कई दिनों से मौत का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. कोरोना अब काबू में आ गया है, लेकिन इससे पूरी तरह से सुरक्षित रहने के लिए टीका लगाना भी जरूरी है. डॉक्टर्स टीका का पहला डोज लेने के बाद बिना दुष्प्रभाव के दूसरे डोज के लिए तैयार हैं. आइए जानते हैं डॉक्टर्स से उनके दूसरे डोज लेने का अनुभव...

author img

By

Published : Feb 17, 2021, 3:59 PM IST

Second dose of Corona vaccine to doctors and health care workers at Max Saket Super Specialty Hospital
वैक्सीन

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए डॉक्टर टीका लगाने के लिए पूरे उत्साह के साथ सामने आ रहे हैं. दूसरे लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि वे भी टीका लगाकर कोरोना के बढ़ते चक्र को तोड़ने में पूरी मानव जाति की मदद करें. दक्षिण दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को सेकेंड डोज लगाया जा रहा है.

डॉक्टर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की सेकंड डोज

डॉक्टर्स इसको लेकर काफी उत्साहित और आत्मविश्वास से भरपूर नजर आ रहे हैं. मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर अनिल दास ने बताया कि जब पहला डोज उन्होंने लिया था, तब भी वैक्सीन को लेकर उनके मन में किसी तरह का संदेह नहीं था. जब दूसरा डोज ले लिया है, तो अब और ज्यादा कॉन्फिडेंस आ गया है.


टीका लगावाकर कोरोना को अलविदा कहने का समय

डॉक्टर अनिल ऐसे लोगों से भी अपील कर रहे हैं, जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लगाया है. साथ ही जिनके मन में किसी तरह का डर या संदेह है कि उन्हें भी सामने आना चाहिए और टीका लगावाकर कोरोना वायरस से खुद को और दूसरों को भी सुरक्षित करना चाहिए. क्योंकि डर का भी एक समय होता है. टीका लगने की प्रक्रिया शुरू होने का एक महीना पूरा हो गया है. अब उनके मन का डर दूर हो जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें:-दिल्ली: 15 हजार से ज्यादा को लगा टीका, ढाई हजार को वैक्सीन का दूसरा डोज



ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अंचित ने बताया कि उनका यह दूसरा डोज है. पहला डोज लेने के बाद भी उन्हें किसी तरह का कोई दुष्प्रभाव का सामना नहीं करना पड़ा. 28 दिन बीतने के बाद जब हम दूसरा डोज ले रहे हैं, तब भी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. अब भी हम एक्टिव हैं. टीका लगाने के बाद अभी हम ऑब्जरवेशन रूम में हैं. आधे घंटे बाद यहां से निकल कर हम सीधे सर्जरी रूम में जाएंगे. क्योंकि 4:15 बजे एक मरीज की सर्जरी करनी है.

ये भी पढ़ें:-20 फरवरी तक कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेना अनिवार्य, IMA चला रहा जागरूकता अभियान


पहले में कुछ नहीं हुआ, तो दूसरा से डर नहीं

डॉक्टर अंकित ने बताया कि कोरोना का टीका एक रूटीन इंजेक्शन की तरह ही है. उसमें जो हल्के-फुल्के मांसपेशियों में दर्द होता है, इंजेक्शन लेने की जगह पर बस वही होता है. इसके अलावा कोई दूसरा बड़ा साइड इफेक्ट नहीं होता. पहला डोज लेने के बाद जब कुछ नहीं हुआ, तो हमें दूसरा डोज लेने के बाद ही अपने पेशेंट की सर्जरी पहले से ही प्लान कर रखी थी.

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए डॉक्टर टीका लगाने के लिए पूरे उत्साह के साथ सामने आ रहे हैं. दूसरे लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि वे भी टीका लगाकर कोरोना के बढ़ते चक्र को तोड़ने में पूरी मानव जाति की मदद करें. दक्षिण दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को सेकेंड डोज लगाया जा रहा है.

डॉक्टर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की सेकंड डोज

डॉक्टर्स इसको लेकर काफी उत्साहित और आत्मविश्वास से भरपूर नजर आ रहे हैं. मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर अनिल दास ने बताया कि जब पहला डोज उन्होंने लिया था, तब भी वैक्सीन को लेकर उनके मन में किसी तरह का संदेह नहीं था. जब दूसरा डोज ले लिया है, तो अब और ज्यादा कॉन्फिडेंस आ गया है.


टीका लगावाकर कोरोना को अलविदा कहने का समय

डॉक्टर अनिल ऐसे लोगों से भी अपील कर रहे हैं, जिन्होंने अभी तक टीका नहीं लगाया है. साथ ही जिनके मन में किसी तरह का डर या संदेह है कि उन्हें भी सामने आना चाहिए और टीका लगावाकर कोरोना वायरस से खुद को और दूसरों को भी सुरक्षित करना चाहिए. क्योंकि डर का भी एक समय होता है. टीका लगने की प्रक्रिया शुरू होने का एक महीना पूरा हो गया है. अब उनके मन का डर दूर हो जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें:-दिल्ली: 15 हजार से ज्यादा को लगा टीका, ढाई हजार को वैक्सीन का दूसरा डोज



ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अंचित ने बताया कि उनका यह दूसरा डोज है. पहला डोज लेने के बाद भी उन्हें किसी तरह का कोई दुष्प्रभाव का सामना नहीं करना पड़ा. 28 दिन बीतने के बाद जब हम दूसरा डोज ले रहे हैं, तब भी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है. अब भी हम एक्टिव हैं. टीका लगाने के बाद अभी हम ऑब्जरवेशन रूम में हैं. आधे घंटे बाद यहां से निकल कर हम सीधे सर्जरी रूम में जाएंगे. क्योंकि 4:15 बजे एक मरीज की सर्जरी करनी है.

ये भी पढ़ें:-20 फरवरी तक कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेना अनिवार्य, IMA चला रहा जागरूकता अभियान


पहले में कुछ नहीं हुआ, तो दूसरा से डर नहीं

डॉक्टर अंकित ने बताया कि कोरोना का टीका एक रूटीन इंजेक्शन की तरह ही है. उसमें जो हल्के-फुल्के मांसपेशियों में दर्द होता है, इंजेक्शन लेने की जगह पर बस वही होता है. इसके अलावा कोई दूसरा बड़ा साइड इफेक्ट नहीं होता. पहला डोज लेने के बाद जब कुछ नहीं हुआ, तो हमें दूसरा डोज लेने के बाद ही अपने पेशेंट की सर्जरी पहले से ही प्लान कर रखी थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.