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टूटी सड़क देख भाग जा रहे हैं लड़की वाले, संगम विहार के लड़के बैठे हैं कुंवारे!

संगम विहार इलाके में सड़क निर्माण ना होने की वजह से एक शख्स की शादी नहीं हो पाई. किशन सिंह राजपूत ने बताया कि उनकी शादी सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी, क्योंकि जो लड़की वाले उन्हें देखने आ रहे थे, वो सड़क टूटी होने की वजह से वापिस लौट गए.

टूटी सड़क की वजह से लोग परेशान
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Published : Jun 19, 2019, 7:52 PM IST

Updated : Jun 19, 2019, 10:41 PM IST

नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली का संगम विहार एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी झोपड़ी वाला इलाका है. ये पूरी विधानसभा पानी की किल्लत के लिए हर साल खबरों में रहती है. समस्या तो इस बार भी है, लेकिन खास बात ये है कि वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया यहीं से विधायक हैं.

टूटी सड़क की वजह से लोग परेशान

ईटीवी भारत की टीम यहां जमीनी पड़ताल के लिए पहुंची. लेकिन आश्चर्य की बात है कि जून के महीने में जब पीने के पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. संगम विहार की मुख्य सड़क दतिया मार्ग पानी और कीचड़ में डूबी हुई है.

सड़क की वजह से नहीं हुई शादी
इस सड़क से जुड़ी एक अनोखी व्यथा हमें सुनने को मिली. किशन सिंह राजपूत ने बताया कि उनकी शादी सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी, क्योंकि जो लड़की वाले उन्हें देखने आ रहे थे. वो इसी सड़क से होकर आ रहे थे और टूटी सड़क देखकर बीच रास्ते से लौट गए. किशन ने कहा कि आप ही बताइए, ऐसी जगह पर कौन अपनी बेटी की शादी करेगा.

टूटी सड़क से लोग परेशान
यहां के कई स्थानीय लोगों से ईटीवी भारत ने बातचीत की और उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की. हर्ष चौधरी यहां के स्थानीय नागरिक हैं. उन्होंने बताया कि हमें यहां पता नहीं चल पाता है कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है. उन्होंने कहा कि ये मुख्य रास्ता है और यहां से हर दिन 50 हजार से लेकर एक लाख तक की संख्या में लोग गुजरते हैं, लेकिन इसकी हालत कैसी है, यह आप देख सकते हैं.

AAP कार्यालय के सामने गढ्ढे
गौर करने वाली बात ये भी है कि इस टूटी सड़क की जहां पर सबसे ज्यादा दुर्दशा है और जहां पर सड़क के दोनों तरफ नालियां खुदी हुई है, उसके ठीक सामने आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कार्यालय है. स्थानीय निवासी हर्ष चौधरी ने कहा भी कि विधायक गायब हैं और तब गायब हैं, जबकि वे दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं.

'आप को वोट देने का फायदा नहीं'
इस इलाके में किराए पर रहने वाली एक महिला मीनाक्षी ने कहा कि उन्होंने वोट भी आम आदमी पार्टी को दिया था, पार्टी ने बिजली के बिल कम किए, लेकिन किरायेदारों को इसका कोई फायदा नहीं मिला. अपनी समस्याएं बयां करते करते मीनाक्षी सड़क के मुद्दे पर भी पहुंच गईं और उन्होंने इस टूटी सड़क को जानलेवा बताया. वहीं पानी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ए-ब्लॉक में तो अभी पानी ही नहीं आ रहा है.

'नहीं होती कोई कार्रवाई'
स्थानीय निवासी मोहम्मद इसराइल का कहना था कि इस सड़क से होकर रात 10-11 बजे अगर जाएं, तो लूट का शिकार हो सकते हैं. वहीं सड़क पर गिरकर कई बार एक्सीडेंट भी हो चुका है. उन्होंने कहा कि यहां सामने एमएलए ऑफिस भी है, लेकिन हम अगर कोई कंप्लेन लिखवाएं, तो उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती, कोई सुनवाई नहीं होती.

नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली का संगम विहार एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी झोपड़ी वाला इलाका है. ये पूरी विधानसभा पानी की किल्लत के लिए हर साल खबरों में रहती है. समस्या तो इस बार भी है, लेकिन खास बात ये है कि वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया यहीं से विधायक हैं.

टूटी सड़क की वजह से लोग परेशान

ईटीवी भारत की टीम यहां जमीनी पड़ताल के लिए पहुंची. लेकिन आश्चर्य की बात है कि जून के महीने में जब पीने के पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. संगम विहार की मुख्य सड़क दतिया मार्ग पानी और कीचड़ में डूबी हुई है.

सड़क की वजह से नहीं हुई शादी
इस सड़क से जुड़ी एक अनोखी व्यथा हमें सुनने को मिली. किशन सिंह राजपूत ने बताया कि उनकी शादी सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी, क्योंकि जो लड़की वाले उन्हें देखने आ रहे थे. वो इसी सड़क से होकर आ रहे थे और टूटी सड़क देखकर बीच रास्ते से लौट गए. किशन ने कहा कि आप ही बताइए, ऐसी जगह पर कौन अपनी बेटी की शादी करेगा.

टूटी सड़क से लोग परेशान
यहां के कई स्थानीय लोगों से ईटीवी भारत ने बातचीत की और उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की. हर्ष चौधरी यहां के स्थानीय नागरिक हैं. उन्होंने बताया कि हमें यहां पता नहीं चल पाता है कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है. उन्होंने कहा कि ये मुख्य रास्ता है और यहां से हर दिन 50 हजार से लेकर एक लाख तक की संख्या में लोग गुजरते हैं, लेकिन इसकी हालत कैसी है, यह आप देख सकते हैं.

AAP कार्यालय के सामने गढ्ढे
गौर करने वाली बात ये भी है कि इस टूटी सड़क की जहां पर सबसे ज्यादा दुर्दशा है और जहां पर सड़क के दोनों तरफ नालियां खुदी हुई है, उसके ठीक सामने आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कार्यालय है. स्थानीय निवासी हर्ष चौधरी ने कहा भी कि विधायक गायब हैं और तब गायब हैं, जबकि वे दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं.

'आप को वोट देने का फायदा नहीं'
इस इलाके में किराए पर रहने वाली एक महिला मीनाक्षी ने कहा कि उन्होंने वोट भी आम आदमी पार्टी को दिया था, पार्टी ने बिजली के बिल कम किए, लेकिन किरायेदारों को इसका कोई फायदा नहीं मिला. अपनी समस्याएं बयां करते करते मीनाक्षी सड़क के मुद्दे पर भी पहुंच गईं और उन्होंने इस टूटी सड़क को जानलेवा बताया. वहीं पानी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ए-ब्लॉक में तो अभी पानी ही नहीं आ रहा है.

'नहीं होती कोई कार्रवाई'
स्थानीय निवासी मोहम्मद इसराइल का कहना था कि इस सड़क से होकर रात 10-11 बजे अगर जाएं, तो लूट का शिकार हो सकते हैं. वहीं सड़क पर गिरकर कई बार एक्सीडेंट भी हो चुका है. उन्होंने कहा कि यहां सामने एमएलए ऑफिस भी है, लेकिन हम अगर कोई कंप्लेन लिखवाएं, तो उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती, कोई सुनवाई नहीं होती.

Intro:यहां पर सड़कों की दुर्दशा का आलम यह है कि न सिर्फ स्थानीय लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, बल्कि यह टूटी सड़क लोगों की पहचान से इस कदर जुड़ गई है कि यह यहां के युवाओं की शादी में भी बाधा उत्पन्न कर रही है.


Body:दक्षिणी दिल्ली: संगम विहार एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी झोपड़ी वाला इलाका है. यह पूरी विधानसभा पानी की किल्लत के लिए हर साल खबरों में रहती है. समस्या तो इस बार भी है, लेकिन खास बात यह है कि वर्तमान में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया यहीं से विधायक हैं. ईटीवी भारत की टीम यहां जमीनी पड़ताल के लिए पहुंची. लेकिन आश्चर्य की बात है कि जून के महीने में जब पीने के पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं, संगम विहार की मुख्य सड़क दतिया मार्ग पानी और कीचड़ में डूबी हुई है.

यहां के कई स्थानीय लोगों से ईटीवी भारत ने बातचीत की और उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की. हर्ष चौधरी यहां के स्थानीय नागरिक हैं, उन्होंने बताया कि हमें यहां पता नहीं चल पाता है कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क है. उन्होंने कहा कि यह मुख्य रास्ता है और यहां से हर दिन 50 हज़ार से लेकर एक लाख तक की संख्या में लोग गुजरते हैं, लेकिन इसकी हालत कैसी है, यह आप देख सकते हैं.

गौर करने वाली बात यह भी है कि इस टूटी सड़क की जहां पर सबसे ज्यादा दुर्दशा है और जहां पर सड़क के दोनों तरफ नालियां खुदी हुई हैं, उसके ठीक सामने आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कार्यालय है. लेकिन शायद दिनेश मोहनिया की नजर इस सड़क पर नहीं जाती. स्थानीय निवासी हर्ष चौधरी ने कहा भी कि विधायक गायब हैं और तब गायब हैं, जबकि वे दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं.

इस सड़क से जुड़ी एक अनोखी व्यथा हमें सुनने को मिली. किशन सिंह राजपूत ने बताया कि उनकी शादी सिर्फ इसलिए नहीं हो सकी, क्योंकि जो लड़की वाले उन्हें देखने आ रहे थे, वे इसी सड़क से होकर आ रहे थे और टूटी सड़क देखकर बीच रास्ते से लौट गए. किशन ने कहा कि आप ही बताइए, ऐसी जगह पर कौन अपनी बेटी की शादी करेगा.

इस इलाके में किराए पर रहने वाली एक महिला मीनाक्षी ने कहा कि उन्होंने वोट भी आम आदमी पार्टी को दिया था, पार्टी ने बिजली के बिल कम किए, लेकिन किरायेदारों को इसका कोई फायदा नहीं मिला. अपनी समस्याएं बयां करते करते मीनाक्षी सड़क के मुद्दे पर भी पहुंच गईं और उन्होंने इस टूटी सड़क को जानलेवा बताया. वहीं पानी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ए-ब्लॉक में तो अभी पानी ही नहीं आ रहा है.

स्थानीय निवासी मोहम्मद इसराइल का कहना था कि इस सड़क से होकर रात 10-11 बजे अगर जाएं, तो लूट का शिकार हो सकते हैं. वहीं सड़क पर गिरकर कई बार एक्सीडेंट भी हो चुका है. उन्होंने कहा कि यहां सामने एमएलए ऑफिस भी है ,लेकिन हम अगर कोई कंप्लेन लिखवाएं, तो उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती, कोई सुनवाई नहीं होती.

एक दूसरे सज्जन ने अपनी समस्या बयां करते हुए कहा कि यहां पर सबसे ज्यादा दिक्कत पानी की है. आज अगर टैंकर बुक करें तो 4 दिन बाद आता है,यह भी प्राइवेट टैंकर की बात कर रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड के टैंकरों के बारे में तो सोच भी नहीं सकते. उन्होंने अपने विधायक दिनेश मोहनिया से अपील करते हुए कहा कि कम से कम संगम विहार में तो पानी पहुंचा दीजिए, क्योंकि आप यहां से विधायक भी हैं और यहां लोगों के पास पानी नहीं है, प्यासे बैठे हैं.

स्थानीय लोगों के लिए जानलेवा बन चुकी है यह सड़क पिछले कई महीनों से इसी हाल में है. कुछ लोगों ने बताया कि यह सड़क पहले बहुत पतली हुआ करती थी, जिसके चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ और इसके लिए अतिक्रमण हटाना जरूरी था. जब अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हुआ, तभी कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में इसे लेकर शिकायत कर दी और कोर्ट ने सड़क पर स्टे लगा दिया. यही कारण है कि अभी काम रुका पड़ा है. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना यह है कि भले ही काम रुका हुआ है, लेकिन इसे इस जानलेवा हालत में तो नहीं छोड़ सकते ना. अस्थाई तौर पर ही सही, इसे समतल कराया जा सकता था, ताकि आने-जाने की सुविधा के हिसाब से इसे ठीक किया जा सके.







Conclusion:कुल मिलाकर, यह सड़क अभी संगम विहार के लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या का सबब है. अब देखना यह है कि अपने विधायक से स्थानीय नागरिकों की अपील काम आती है या फिर वे आने वाली बरसात में भी इस नारकीय दशा में अपने घरों तक पहुंचने के लिए मजबूर होते हैं.
Last Updated : Jun 19, 2019, 10:41 PM IST
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