नई दिल्ली: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत की गुत्थी दिल्ली क्राइम ब्रांच 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझा पाई है. रविवार को भी लगातार तीसरे दिन क्राइम ब्रांच की टीम रोहित तिवारी के डिफेंस कॉलोनी स्थित घर पर जांच में जुटी है. जिसमें परिजनों और नौकर से पूछताछ सहित घर के पूरे क्राइम सीन को जांचा जा रहा है.
बता दें कि फॉरेंसिक टीम रोहित तिवारी के घर में तफ्तीश कर के कई अहम दस्तावेज और फिंगरप्रिंट लेकर गई है. टीम का कहना है कि तथ्यों की जांच के बाद ही मामले की तह तक पहुंचा जा सकेगा. फिलहाल 72 घंटे बीत जाने के बाद भी क्राइम ब्रांच के हाथ खाली हैं.
एक के बाद एक अहम खुलासे
बता दें कि जिस तरीके से इस हाई प्रोफाइल मामले में एक के बाद एक परतें खुलती जा रही है, जिसमें प्रॉपर्टी विवाद से लेकर अवैध संबंध के मामले भी सामने आ रहे हैं, लेकिन पुलिस लगातार परिजनों से पूछताछ के बाद भी अब तक कोई ऐसा अहम सबूत नहीं तलाश पाई है, जिससे कि इस मामले का खुलासा किया जा सके.
पुलिस सूत्रों की मानें तो अब तक इस पूरे हत्याकांड के पीछे रोहित की पत्नी अपूर्वा पर ही पुलिस शक जाहिर कर रही है. लेकिन कोई भी अहम सबूत मिलने से पहले कुछ भी नहीं कहा जा सकता.