ETV Bharat / state

World Environment Day पर एम्स में लगाई गई प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग मशीन, पर्यावरण बचाने पर हुई चर्चा

विश्व पर्यावरण दिवस पर दिल्ली एम्स में प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग मशीन लगाई गई. इस मौके पर इंडियन ऑयल के डॉयरेक्टर सहित एम्स के कई डॉक्टर उपस्थित रहे.

Corporate Social Responsibility
Corporate Social Responsibility
author img

By

Published : Jun 5, 2023, 9:23 PM IST

एम्स में लगाई गई प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग मशीन

नई दिल्ली: राजधानी में सोमवार को एम्स अस्पताल में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. यहां प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग लगाई गई ताकि अस्पताल में आने वाले लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक की बोतलों का सही तरह से निस्तारण किया जा सके. यह मशीन इंडियन ऑयल द्वारा सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉसिबलिटी) के तहत लगाई गई.

एम्स की डॉ. नीरजा बटला ने बताया कि इंडियन ऑयल की तरफ से ऐसी तीन मशीनें लगाई गई हैं. इससे यहां आने वाले लोग अपने पास मौजूद प्लास्टिक की बोतल का सही तरीके से निस्तारण कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि आज सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे बड़ी समस्या बन गई है. वहीं, एम्स में देशभर से लोग इलाज कराने के लिए आते हैं, जिनके द्वारा बड़ी संख्या में प्लास्टिक की बॉटल की उपयोग किया जाता है. प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग मशीन लगाए जाने से कुछ हद तक यह समस्या हल हो जाएगी.

यह भी पढ़ें-World Environment Day: सिर्फ कानून बन रहा, सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद नहीं हो रहा- डॉ. फैयाज खुदसर

दरअसल, हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, जिसका मकसद है लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित करना. इस बार के पर्यावरण दिवस की थी फाइंडिग सॉल्यूशन फॉर प्लास्टिक पॉल्यूशन रखी गई है, जिससे लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताने के साथ उसके समाधान के बारे में भी जागरूक किया जा सके और पर्यावरण को बचाया जा सके.

यह भी पढ़ें-World Environment Day: राशि के अनुसार लगाएं पौधे, जीवन होगा सुखमय, मिलेंगे अच्छे परिणाम

एम्स में लगाई गई प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग मशीन

नई दिल्ली: राजधानी में सोमवार को एम्स अस्पताल में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. यहां प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग लगाई गई ताकि अस्पताल में आने वाले लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक की बोतलों का सही तरह से निस्तारण किया जा सके. यह मशीन इंडियन ऑयल द्वारा सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉसिबलिटी) के तहत लगाई गई.

एम्स की डॉ. नीरजा बटला ने बताया कि इंडियन ऑयल की तरफ से ऐसी तीन मशीनें लगाई गई हैं. इससे यहां आने वाले लोग अपने पास मौजूद प्लास्टिक की बोतल का सही तरीके से निस्तारण कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि आज सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे बड़ी समस्या बन गई है. वहीं, एम्स में देशभर से लोग इलाज कराने के लिए आते हैं, जिनके द्वारा बड़ी संख्या में प्लास्टिक की बॉटल की उपयोग किया जाता है. प्लास्टिक बॉटल क्रशिंग मशीन लगाए जाने से कुछ हद तक यह समस्या हल हो जाएगी.

यह भी पढ़ें-World Environment Day: सिर्फ कानून बन रहा, सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद नहीं हो रहा- डॉ. फैयाज खुदसर

दरअसल, हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, जिसका मकसद है लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित करना. इस बार के पर्यावरण दिवस की थी फाइंडिग सॉल्यूशन फॉर प्लास्टिक पॉल्यूशन रखी गई है, जिससे लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताने के साथ उसके समाधान के बारे में भी जागरूक किया जा सके और पर्यावरण को बचाया जा सके.

यह भी पढ़ें-World Environment Day: राशि के अनुसार लगाएं पौधे, जीवन होगा सुखमय, मिलेंगे अच्छे परिणाम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.