नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के छतरपुर से भाटी माइंस की ओर जाने वाली सड़क पर घंटों जाम से दर्जनों गांव के लोग परेशान है. इस मार्ग की लंबाई लगभग 15 किलोमीटर है, जो छतरपुर से शुरू होती है और भाटी माइंस तक जाती है. शुरुआत में इस रास्ते पर छतरपुर मंदिर और मार्केट की वजह से जाम लगता है. उससे थोड़ा आगे बढ़े तो सैकड़ों बैंक्विट हॉल की वजह से जाम लगता है. उससे और आगे बढ़े तो फतेहपुर बेरी सब्जी मंडी, रेहड़ी पटरी, सड़कों पर गाड़ियों की गलत पार्किंग और दुकानों के एंक्रोचमेंट को लेकर होता है.
इस रास्ते के मध्य लोकेशन की फतेहपुर बेरी गांव में जाम की स्थिति आप देख सकते हैं. यहां पर दूर-दूर तक लंबा जाम लगा है. गाड़ियां रेंगना तो दूर जैसे तैसे खड़ी है और थोड़ी-थोड़ी देर में आगे खिसकती है. स्थानीय लोगों ने कहा कि दुकान के एंक्रोचमेंट और सड़कों पर स्थानीय लोगों की गाड़ी के वजह से यह जाम लगता है. स्थानीय दुकानदार एवं आरडब्ल्यूए ने कहा कि वह खुद चाहते हैं कि यह एंक्रोचमेंट यहां से हटे. प्रशासन अगर यहां एंक्रोचमेंट ड्राइव चलाएगी तो दुकानदार स्वयं अपनी मर्जी से इस अतिक्रमण को हटाएंगे.
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स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस जाम की वजह से दर्जनों गांव आपातकाल मेडिकल सुविधा से वंचित रह जाते हैं. कई मरीज गंभीर स्थिति में सिर्फ जाम के चलते अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते हैं. लिहाजा स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें अपने और अपने परिवार की रक्षा के लिए इन सड़कों से अतिक्रमण हटाना बेहद जरूरी है. बहरहाल, लोगों ने स्थानीय विधायक पार्षद और सांसद सभी के पास अपनी समस्या को लेकर गुहार लगाई है, लेकिन कहीं से भी राहत नहीं मिली. आखिरकार इन लोगों ने लेफ्टिनेंट गवर्नर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर इन सभी अतिक्रमण को हटाने के लिए मांग की है.