नई दिल्ली: कोरोना के कारण इस बार रक्षाबंधन में उतनी रौनक नजर नहीं आई. इस साल रक्षाबंधन के त्यौहार को अलग-अलग अंदाज में मनाया गया. ऐसा ही दक्षिणी दिल्ली के डेरा गांव के निवासियों ने किया. लोगों ने पूर्व सैनिकों को राखी बांधी और उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. यह कार्यक्रम डेरा गांव के रीज वाले इलाके में एक प्रसिद्ध मंदिर के प्रांगण में मनाया गया.
सैनिकों को नहीं भूलना चाहिए
इस दौरान महिलाओं ने संदेश दिया कि जिस तरह से हमारे देश की सेना सरहद पर हमारे लिए दिन-रात खड़ी रहती है. उन्हें कभी भी भूलना नहीं चाहिए, वह सरहद पर तैनात हो या फिर रिटायरमेंट के बाद अपने घर पर हो, उनके द्वारा दी गई उपलब्धि हमेशा यादगार रहती है. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण दिल्ली जिले के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बृज मोहन मिश्रा उपस्थित हुए.
इतना ही नहीं, डेरा गांव के लोगों ने इसके अलावा रिज इलाके में रक्षाबंधन के खास मौके पर पेड़ों को राखी बांधकर उनकी रक्षा करने का संकल्प लिया. जिसमें दक्षिण दिल्ली के डीएम बृज मोहन मिश्रा खुद पेड़ों को राखी बांधते हुए नजर आए. इस दौरान डीएम ने कहा कि जो हमारी जान की रक्षा करता है, हमारा भी फर्ज बनता है कि हम उसकी रक्षा करें.
डीएम ने की गांव वालों की तारीफ
डिस्टिक मजिस्ट्रेट ने पेड़ लगाकर एक तो कोरोना के लिए संदेश दिया. साथ ही उन्होंने माना कि यह एक सराहनीय प्रयास है. देश के पूर्व सैनिक जो हमारी रक्षा के लिए सरहद पर तैनात हैं. उनको सम्मानित करना अपने आप में बड़े गर्व की बात है. वहीं दूसरी तरफ प्रकृति की वजह से आज हम सांस ले पा रहे हैं, उनकी भी रक्षा की जिम्मेदारी सभी धरती वासियों की है.
इस कार्यक्रम के दौरान डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने कहा कि इस जंगल को हरा-भरा करने के लिए यहां के लोगों को प्रशासन से जिस तरह की भी मदद चाहिए वह उन्हें मिलेगी. इसके साथ ही गांव के लोगों ने यह आश्वासन दिया कि वह इस जंगल को हरा-भरा करने के लिए जितना हो सकेगा उतना प्रयास करेंगे और इस तरह के कार्यक्रम आगे भी करते रहेंगे.
स्वदेशी सामान इस्तेमाल करने का प्रण
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर जो पेड़ लगाए जाएंगे, वह सभी आयुर्वेद के हिसाब से भी काफी लाभकारी होंगे. इस दौरान गांव के लोग बॉयकोट चाइना लिखा हुए मास्क पहने हुए नजर आए. लोगों का कहना है कि हम ये भी प्रण लेते हैं कि हम स्वदेशी सामान ही इस्तेमाल करेंगे.