नई दिल्ली: कोरोना संकट के कारण सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं. ऐसे में छात्रों की ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पढ़ाई हो रही है. लेकिन अभिभावकों का कहना है कि ऑनलाइन क्लास में छात्रों को घर पर वह सुविधा नहीं मिल पा रही, जो स्कूल में मिलती थी. मौजूदा हालात में गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए ऑनलाइन क्लास कराना किसी चुनौती से कम नहीं हो रहा है.
अभिभावक राकेश चौहान ने बताया कि इन दिनों उनके दो बच्चे ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं. जिनके लिए अलग-अलग रूम की आवश्यकता होती है, दोनों अलग-अलग क्लास में पढ़ते हैं और एक समय पर दोनों की क्लास शुरू होती है, ऐसे में एक मध्यम वर्ग का परिवार कैसे अलग-अलग रूम की सुविधा दे. इसके साथ ही ऑनलाइन क्लास शुरू होने के बाद प्रत्येक बच्चे के लिए फोन, कंप्यूटर या लैपटॉप की जरूरत बढ़ गई है, लेकिन एक मध्यम वर्ग परिवार कैसे घर में तीन या चार स्मार्टफोन ले सकता है.
ईएमआई पर फोन खरीदने को मजबूर
अभिभावकों ने ईटीवी भारत को बताया कि ऑनलाइन क्लास के लिए स्थिति इस प्रकार हो गई है कि अब EMI पर फोन खरीदना पड़ रहा है. अभिभावक समीर ने बताया कि उनके तीन बच्चे इन दिनों ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं, ऐसे में तीनों बच्चों के लिए स्मार्टफोन या कंप्यूटर उपलब्ध करा पाना काफी मुश्किल है. इसके साथ ही बार-बार फोन इस्तेमाल होने पर खराब भी हो रहे हैं, और मौजूदा हालात ऐसे नहीं है कि नया फोन लिया जा सके. काम सारे बंद हो चुके हैं, लोगों के पास पैसे नहीं है तो फोन कहां से लें.
नेटवर्क के चलते परेशानी
अभिभावकों ने बताया कि कई बार हम देखते हैं कि जब बच्चे ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं, तो नेटवर्क की परेशानी या फोन हैंग होने के चलते खुद हमें कई चीजें समझ नहीं आती, तो छोटे-छोटे बच्चे कैसे ऑनलाइन क्लास के जरिए ध्यान से पढ़ पा रहे होंगे.