नई दिल्ली: नई दिल्ली में 2023 में होने वाली G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए नई दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाने पर काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने अच्छा खासा बजट भी निर्धारित कर लिया है. आने वाले दिनों में स्मार्ट सिटी नई दिल्ली क्षेत्र की सड़कें, दीवारें सज जाएंगी और पूरे क्षेत्र में स्मार्ट शौचालय और रंगीन संगीतमय फव्वारे होंगे.
G-20 शिखर सम्मेलन के लिये NDMC ने निर्धारित किया 150 करोड़ का बजट
NDMC के सदस्य कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि इस संबंध में एक विस्तृत एजेंडा आइटम संबंधित विभाग द्वारा अगली परिषद की बैठक में योजना, बजटीय प्रावधानों, कार्य के दायरे और अन्य संबंधित मुद्दों के साथ पेश किया जाएगा. उन्होंने आगे बताया कि आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर, एनडीएमसी क्षेत्र में 41 सड़कों के उन्नयन के लिए 150 करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराया जाएगा. इस परियोजना का विवरण देते हुए चहल ने कहा कि एजेंडा आइटम में 41 सड़कों के आधुनिकीकरण और उन्नयन की गुंजाइश में नागरिक, विद्युत और बागवानी सेवाओं से संबंधित कार्य शामिल होंगे.
सड़क के किनारे दिखेगी भारतीय संस्कृति की खूबसूरत झलक
इस परियोजना में भारतीय मूल के पेड़ों, फूलों और सड़क के किनारे लगाए जाने वाले विभिन्न प्रजातियों के पौधों को शामिल किया गया है, ताकि सभी सड़कों को पैदल चलने वालों के लिए एक पर्यावरण के अनुकूल क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सके और वाहन सवारों के लिए एक हरा-भरा वातावरण सड़क के किनारों पर दिया जा सके. NDMC क्षेत्र का सरदार पटेल मार्ग जो NDMC क्षेत्र को हवाईअड्डे से आने वाले मार्ग से जोड़ने का मुख्य मार्ग है, इस सड़क के बायीं ओर भारतीय सौंदर्यशास्त्र पर आधरित रेलिंग, हरित पट्टी का कार्य, भारतीय विरासत और संस्कृति के विषयों पर आधारित मूर्तिकला से प्रभावित कलाकृतियों के साथ सुधार किया जाएगा, जिससे आगंतुकों को न्यू इंडिया की न्यू एनडीएमसी के विचारों से अवगत करवाया जा सकें.
भारतीय विरासत को परिलक्षित करती खास साइनेज लगाए जाएंगे
रोड साइनेज इस प्रतिष्ठित परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे भारतीय सड़क कांग्रेस (Indian Road Congress) के परामर्श से किया जाएगा और परियोजना के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों को भी अपनाया जाएगा. आजादी का अमृत महोत्सव का विषय सड़क सौंदर्यशास्त्र के हर पहलू में भारतीय विरासत और संस्कृति के साथ मिलेगा जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इस परियोजना के मुख्य उद्देश्य में आधुनिक कला, मूर्तिकला, सड़क के फर्नीचर, बुनियादी सुविधाएं और आगंतुक के लिए मुख्य सुविधाओं को भी शामिल किया गया है.
कला सामग्री के प्रयोजन के लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाएगा
सेंट्रल विस्टा लुक की थीम के साथ भारतीय संस्कृति और विरासत का एक रूप देते हुए परियोजना के लिए भारत के प्रसिद्ध और वरिष्ठ कलाकारों द्वारा कला और मूर्तिकला कृतियों की स्थापना की जाएगी. इस परियोजना में कला सामग्री के प्रयोजन के लिए अलग से एक बजट का प्रावधान भी किया जाएगा. केंद्र सरकार की कला, संस्कृति और विरासत की प्रमुख एजेंसियों को नई दिल्ली क्षेत्र की सभी 41 सड़कों का सौंदर्यीकरण करने के लिए तथा डिजाइन और परामर्श के लिए इसमें शामिल किया जाएगा.
41 सड़कों को सोकर लाइट से किया जाएगा रोशन
इस परियोजना में एनडीएमसी के ऊर्जा बचत उद्देश्य के लिए सभी 41 सड़कों पर सोलर लाइट से रोशनी प्रदान की जाएगी. इसे एनडीएमसी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाएगा. पैदल चलने वालों के लिए सड़क के फुटपाथ पर 4 फीट के ऊंचे 250 से 500 सोलर लाइट बिलियर्ड्स से रोशन किया जाएगा. एनडीएमसी क्षेत्र में 18 हजार 500 स्ट्रीट लाइट को चरणबद्ध तरीके से सोलर लाइट में बदला जाएगा. चिप वाले लगभग 4800 पोल को भी स्मार्ट पोल में बदला जाएगा और एनडीएमसी के एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ इनको जोड़ा जाएगा. सफदरजंग और रंजीत सिंह फ्लाई ओवर तथा एनडीएमसी भवन को सौर ऊर्जा से रोशन किया जाएगा जिसमें ऊर्जा बचत के लक्ष्य को हासिल करना मुख्य उद्देश्य होगा.
अत्याधुनिक स्ट्रीट फर्नीचर से लेकर स्मार्ट शौचालय होंगे खास
इन सड़कों के आगंतुकों और सवारों के लिए बुनियादी सुविधाएं और नई एनडीएमसी को अति आधुनिक स्ट्रीट फर्नीचर, शौचालय ब्लॉक और आरामदायक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इन सुविधाओं की देखभाल और बेहतर उपयोग के लिए एनडीएमसी कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे. यह परियोजना नए भारत की युवा और उत्साही पीढ़ी के लिए नौकरियों के अधिक अवसर भी प्रदान करेगी.
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