नई दिल्ली: कोरोना महामारी को देखते हुए दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों में कर्फ्यू और लॉकडाउन लगा हुआ है. ऐसे में लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. ऐसे हालातों में घर में मां की जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है. इस साल 9 मई को मदर्स डे मनाया जा रहा है. इसको देखते हुए विशेषज्ञ महिलाओं को अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं.
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अतिरिक्त काम के बोझ से तनाव में मांएं
डॉ. संतोष बताते हैं कि इस कोरोना के दिनों में माताओं के ऊपर काफी तनाव बढ़ गया है. पहले केवल घर का कामकाज करती थीं, लेकिन अब घर पर ही बच्चों को पढ़ाने और वर्क फ्रॉम होम के अतिरिक्त काम करना पड़ रहा है. इतनी सारी जिम्मेदारियों के साथ माताएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए माताओं को तनाव हो सकता है. इससे उन्हें निपटने की आवश्यकता है. अगर कोई अनजाना डर सता रहा हो और घबराहट ज्यादा हो रही हो. किसी काम में मन नहीं लग रहा है. नींद और भूख ठीक से नहीं लग रही है. बहुत अधिक थकान हो रही है तो यह बहुत चिंता की बात है. ऐसे लक्षण दिखते ही किसी काउंसलर से जरूर संपर्क करना चाहिए.
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तनाव दूर करने के बताए उपाय
डॉक्टर संतोष कुमार ने माताओं को सुझाव देते हुए कहा कि तनाव से दूर रहने के लिए उन्हें जो अच्छा लगता है वह करें. अपनी बातें लोगों के साथ साझा करें. लोगों के दुख दर्द सुनें और अपना दुख-दर्द भी लोगों से बांटें. ऐसा करने से मन में तनाव कम हो जाता है. अपने मन के मुताबिक वो हर काम करें जो आपको अच्छा लगता है. इसके साथ ही उन्हें अपना ध्यान रखने की भी बहुत जरूरत है.