नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को दिल्ली एम्स में नए वार्ड के 7 परियोजनाओं का उद्घाटन किया. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नए राष्ट्रीय वृद्धजन केंद्र, सर्जरी ब्लाक, मातृ एवं शिशु ब्लाक और प्राइवेट वार्ड का उद्घाटन किया गया. इसके बाद देश का सबसे बड़ा अस्पताल एम्स अब और भी आधुनिक और मरीज के लिए सुविधाजनक हो गया है.
जी हां, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एम्स अस्पताल परिसर में 7 नए वार्ड की योजनाओं की शुरुआत की है. इसमें कई आधुनिक विज्ञान द्वारा इलाज की सुविधा एम्स में इलाज करने आए लोगों को दी जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने जिन वार्ड का उद्घाटन किया, उनमें से जरा चिकित्सा के लिए राष्ट्रीय केंद्र, मां एवं शिशु ब्लॉक सर्जरी ब्लॉक, प्राइवेट वार्ड 3, HAI और फोरेंसिक डीएनए प्रयोगशाला में अनुसंधान के लिए केंद्र और प्राइवेट वार्ड और सीएमआईई (झज्जर) शामिल है.
ये भी पढ़ें : एम्स में बढ़ेंगे 954 बेड, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आज करेंगे नए केंद्र और वार्ड का उद्घाटन
इन सभी वार्ड का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री ने किया है. उद्घाटन समारोह को बेहद बड़े स्तर पर दिल्ली के एम्स अस्पताल में आयोजित किया गया. स्वास्थ्य मंत्री ने इस कार्यक्रम में बताया कि भारत सरकार की हेल्थ नीति का उद्देश्य है कि सरकारी इलाज की जो सुविधा होती है वो देश के आखिरी व्यक्ति तक को मिलनी चाहिए. भारत सरकार ने न सिर्फ एम्स बल्कि पूरे मेडिकल स्ट्रक्चर को पूरे भारत में बेहतर किया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली एम्स अस्पताल में जब यह सभी वार्ड सुचारू रूप से चालू हो जाएंगे तो पूरे भारत से इलाज के लिए जो लोग दिल्ली आते हैं उनके लिए काफी सुविधा हो जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इन वार्ड को बनाने में दुनिया की आधुनिक उपकरण लगे हैं. कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को आह्वान करते हुए बोला कि एम्स अस्पताल में इलाज और रिसर्च से यहां के डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ खुद को इतने सुदृढ़ बनाए कि आने वाले दिनों में वह ना सिर्फ भारत के लोगों का बल्कि पूरी दुनिया को अपनी चिकित्सकीय क्षमता का लोहा मनवा सकें.
ये भी पढ़ें : वायु प्रदूषण से बचाव के लिए एम्स के डॉक्टरों ने दिए जरूरी सुझाव, जानें कैसे रख सकते हैं खुद को सुरक्षित