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मनसुख मंडाविया ने संयुक्त रूप से सफदरजंग अस्पताल में किया एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन

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Published : Feb 7, 2023, 11:04 PM IST

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को संयुक्त रूप से नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया.

Center for Integrated Medicine at Safdarjung Hospital
Center for Integrated Medicine at Safdarjung Hospital
सफदरजंग अस्पताल में किया एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन.

नई दिल्ली: केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को संयुक्त रूप से सफदरजंग अस्पताल में एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया. इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीन पवार और आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई कालूभाई भी उपस्थित थे.

इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण दोनों मंत्रालय एकीकृत दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे श्रोताओं को सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान नई दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन में प्रवेश किया, जो सफदरजंग अस्पताल के समान ही है.'

वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि, 'केंद्र सरकार सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में "इंटीग्रेटिव मेडिसिन" के लिए एक अलग विंग स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है, जो पारंपरिक उपचार के साथ पारंपरिक चिकित्सा को जोड़ती है. सरकार ने ध्यान, योग और सभी पहलुओं और गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले प्लेटफार्मों पर 1 लाख 50 हजार स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए हैं.

उन्होंने कहा कि, 'आने वाले दिनों में मंत्रालय सभी एम्स में एकीकृत चिकित्सा के लिए एक अलग विभाग बनाने और अनुसंधान की व्यवस्था करने पर काम कर रहा है. इस संबंध में वर्तमान कार्यक्रम भारत में एकीकृत चिकित्सा की स्थापना में एक मील का पत्थर बन जाएगा. वेलनेस एप्रोच समय की मांग है. स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है और स्वस्थ समाज से ही महान राष्ट्र का निर्माण होता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वेलनेस अप्रोच बीमारियों और बीमारियों को दूर करने पर केंद्रित है और इंटीग्रेटिव एप्रोच बीमारियों को दूर रखने के लिए वेलनेस को प्रचारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है.'

ये भी पढ़ें: इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड नहीं बल्कि रेवड़ियां बांटना चाहती है दिल्ली सरकार- मीनाक्षी लेखी

वहीं इस अवसर पर आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई कालूभाई ने कहा, 'हमने कोविड-19 महामारी के खिलाफ आयुष दवाओं के महत्वपूर्ण चिकित्सीय और निवारक प्रभाव को देखा है. आयुर्वेद अपने अद्वितीय चिकित्सीय दृष्टिकोण के अलावा स्वस्थ जीवन शैली के माध्यम से प्रतिरक्षा में सुधार के लिए निवारक उपायों की सिफारिश करता है.'

एमओएस, स्वास्थ्य, डॉ. भारती प्रवीण पवार ने दोनों मंत्रालयों द्वारा एकीकृत चिकित्सा विभाग स्थापित करने के लिए उठाए गए. संयुक्त कदम की सराहना की और कहा कि, 'चिकित्सा की भारतीय प्रणाली अनादि काल से जांची और सिद्ध हुई है. मुझे विश्वास है कि इंटीग्रेटिव मेडिसिन विभाग आने वाले समय में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में काम करेगा और तृतीयक देखभाल की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए आशा की किरण बनेगा.' अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के निदेशक, प्रो (डॉ) तनुजा मनोज नेसारी ने कहा कि, 'दवा का भविष्य एकीकरण में निहित है और सफदरजंग अस्पताल में पंचकर्म, योग, जीवन शैली और संबंधित बुनियादी ढांचे जैसे कई उपचार उपलब्ध हैं, जिससे कई लोगों को फायदा हुआ है.' सचिव आयुष, वैद्य राजेश कोटेचा, विशेष सचिव पी.के. पाठक, डॉ. (प्रो.) तनुजा मनोज नेसारी सहित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: केजरीवाल सरकार ने फ्री योगा क्लासेस को लेकर दिल्ली की जनता को गुमराह किया: प्रवीण शंकर कपूर

सफदरजंग अस्पताल में किया एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन.

नई दिल्ली: केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को संयुक्त रूप से सफदरजंग अस्पताल में एकीकृत चिकित्सा केंद्र का उद्घाटन किया. इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीन पवार और आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई कालूभाई भी उपस्थित थे.

इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण दोनों मंत्रालय एकीकृत दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे श्रोताओं को सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान नई दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन में प्रवेश किया, जो सफदरजंग अस्पताल के समान ही है.'

वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि, 'केंद्र सरकार सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में "इंटीग्रेटिव मेडिसिन" के लिए एक अलग विंग स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है, जो पारंपरिक उपचार के साथ पारंपरिक चिकित्सा को जोड़ती है. सरकार ने ध्यान, योग और सभी पहलुओं और गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले प्लेटफार्मों पर 1 लाख 50 हजार स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए हैं.

उन्होंने कहा कि, 'आने वाले दिनों में मंत्रालय सभी एम्स में एकीकृत चिकित्सा के लिए एक अलग विभाग बनाने और अनुसंधान की व्यवस्था करने पर काम कर रहा है. इस संबंध में वर्तमान कार्यक्रम भारत में एकीकृत चिकित्सा की स्थापना में एक मील का पत्थर बन जाएगा. वेलनेस एप्रोच समय की मांग है. स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है और स्वस्थ समाज से ही महान राष्ट्र का निर्माण होता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वेलनेस अप्रोच बीमारियों और बीमारियों को दूर करने पर केंद्रित है और इंटीग्रेटिव एप्रोच बीमारियों को दूर रखने के लिए वेलनेस को प्रचारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है.'

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वहीं इस अवसर पर आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई कालूभाई ने कहा, 'हमने कोविड-19 महामारी के खिलाफ आयुष दवाओं के महत्वपूर्ण चिकित्सीय और निवारक प्रभाव को देखा है. आयुर्वेद अपने अद्वितीय चिकित्सीय दृष्टिकोण के अलावा स्वस्थ जीवन शैली के माध्यम से प्रतिरक्षा में सुधार के लिए निवारक उपायों की सिफारिश करता है.'

एमओएस, स्वास्थ्य, डॉ. भारती प्रवीण पवार ने दोनों मंत्रालयों द्वारा एकीकृत चिकित्सा विभाग स्थापित करने के लिए उठाए गए. संयुक्त कदम की सराहना की और कहा कि, 'चिकित्सा की भारतीय प्रणाली अनादि काल से जांची और सिद्ध हुई है. मुझे विश्वास है कि इंटीग्रेटिव मेडिसिन विभाग आने वाले समय में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में काम करेगा और तृतीयक देखभाल की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए आशा की किरण बनेगा.' अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के निदेशक, प्रो (डॉ) तनुजा मनोज नेसारी ने कहा कि, 'दवा का भविष्य एकीकरण में निहित है और सफदरजंग अस्पताल में पंचकर्म, योग, जीवन शैली और संबंधित बुनियादी ढांचे जैसे कई उपचार उपलब्ध हैं, जिससे कई लोगों को फायदा हुआ है.' सचिव आयुष, वैद्य राजेश कोटेचा, विशेष सचिव पी.के. पाठक, डॉ. (प्रो.) तनुजा मनोज नेसारी सहित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.

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