नई दिल्ली: पंजाब के कपूरथला रियासत की महारानी गीता देवी गुरुवार को 86 वर्ष की उम्र में का निधन हो गया. महारानी ने ग्रेटर कैलाश स्थित अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली. वह बीते कुछ वर्षों से हृदय रोग से पीड़ित थीं. परिजनों के मुताबिक महारानी अपने बेटे टीका शत्रुजीत सिंह के साथ रहती थीं.
वहीं, आज दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट पर कपूरथला रियासत की महारानी का अंतिम संस्कार दोपहर तीन बजे के करीब हुआ. उनकी अंतिम यात्रा में भारी संख्या में उनके चाहने वाले लोग, सेवादार और परिवार के लोग शामिल हुए. इन लोगों के साथ ही कश्मीर के राजा, कपूरथला के राजा, वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा समेत कई हस्तियां भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुईं.
अंतिम समय घर पर रहना चाहती थी महारानी: महारानी गीता देवी के बेटे और कपूरथला रियासत के वंशज शत्रुंजीत सिंह ने अनुसार गुरुवार देर शाम उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. लेकिन महारानी घर में ही रहना चाहती थी. इसीलिए फिर उन्हें घर वापस ले आया गया. रात के करीब 10:15 में उन्होंने अंतिम सांस ली.
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गौरतलब है कि कपूरथला रियासत में दिवंगत महारानी को वहां के लोग काफी सम्मान करते थे. उनके काफी संख्या में प्रशंसक थे. गुरुवार शाम को निधन के बाद उनके परिवार और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर थी. बता दें कि महारानी गीता देवी के परिवार में उनके पति महाराज ब्रिगेडियर सुखजीत सिंह, बेटा टिक्का शत्रुजीत सिंह और दो बेटियां गायत्री देवी, प्रीति देवी हैं.