नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. इसी क्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि लेफ्ट छात्र संगठन इस आंदोलन को अलग रूप दे रहे हैं. जिसकी वजह से एबीवीपी खुद को इस आंदोलन से अलग कर रही है.
बता दें कि जेएनयू छात्र संघ द्वारा पिछले 2 हफ्ते से अधिक समय से चल रहे इस प्रदर्शन में एबीवीपी भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही थी. लेकिन अब अलग होकर छात्रों की आवाज उठाने का फैसला किया है.
'लेफ्ट छात्र संगठन मुद्दे को भटका रहे हैं'
वहीं इसको लेकर एबीवीपी के नेता मनीष जांगिड़ ने कहा कि लेफ्ट छात्र संगठन इस पूरे मुद्दे को भटका कर अब राजनीति कर रहे हैं. जिसकी वजह से आंदोलन दिशाहीन हो रहा है. उन्होंने कहा कि सोमवार को जब संसद मार्च किया गया था. उसमें एबीवीपी के छात्र भी शामिल हुए थे, लेकिन लेफ्ट के छात्र नेता राजनीतिक बयानबाजी कर रहे थे. इसके अलावा प्रदर्शनकारी छात्रों के हाथ में कुछ ऐसे प्लेकार्ड भी थे. इसी के चलते एबीवीपी ने खुद को छात्रसंघ से अलग कर इस आंदोलन को आगे बढ़ाने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन से उनकी मांग रहेगी कि हॉस्टल मैन्युअल और बढ़ी हुई फीस पूरी तरह से रोलबैक हो और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जेएनयू के लिए जल्द ही फंड जारी किया जाए.