नई दिल्ली: जामिया पर लगातार चल रहे प्रदर्शन के बीच छात्र अब कड़े शब्दों में सरकार की निंदा करने लगे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार शाहीन बाग की महिलाओं और जामिया के छात्रों से बात करे.
सीएए का विरोध जारी
जामिया यूनिवर्सिटी पर गणतंत्र दिवस के दिन भी छात्रों का विरोध जारी रहा और तमाम लोग इस कानून का विरोध करते रहे. 46वें दिन भी कानून वापस लेने की प्रदर्शनकारियों की मांग बराबर बनी हुई है.
'सरकार आकर बात करे'
इसी बीच जामिया यूनिवर्सिटी पर सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने आई छात्रा स्वालिया ने कहा कि आज पूरे देश को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है. सरकार बात नहीं करेगी, तो देश शाहीन बाग बन जाएगा. उनका कहना है कि सरकार संविधान को तोड़कर जो बदलाव कर रही है, उसे वापस ले और हमसे बात करे. हम सब एक हैं और एक होकर रहना चाहते हैं.
'देश संविधान के नाम से जाना जाता है'
वहीं दूसरा विरोध में आया छात्र अश्वनी ने कहा कि हमारा इतना अच्छा संविधान है, जो देश संविधान के नाम से जाना जाता है. उसको हम तोड़ने नहीं देंगे और हम सभी धर्म के लोग एक हैं. उन्होंने कहा चाहे जो हो जाए, हम देश का संविधान बचाएंगे और देश को बर्बाद होने नहीं देंगे.