नई दिल्लीः देश में मुस्लिमों के अधिकार के लिए काम करने वाली संस्था जमात-ए-इस्लामी हिंद ने केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन किया है. दिल्ली स्थित जमात-ए-इस्लामी हिंद के मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जमात-ए-इस्लामी हिंद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर मुस्लिमों में चल रहे असमंजस को लेकर भी एक एडवाइजरी जारी की है. जमात-ए-इस्लामी हिंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपना समर्थन जताया है. साथ ही साल 2020 में हुई जातीय हिंसा पर भी अपनी चिंता व्यक्त की है.
जमात-ए-इस्लामी हिंद के सरिया काउंसिल ने कोविड-19 के तरीकों के उपयोग की अनुमति के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं. सरिया काउंसिल के प्रमुख ने कहा है इस्लाम के अनुसार हलाल और हराम के नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है. सरिया काउंसिल के प्रमुख ने कहा कि इस्लाम में कुछ चीजें निषेध हैं, लेकिन महामारी और मानव जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसका विशेष परिस्थितियों में पालन करना अनिवार्य नहीं है.
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