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ओमिक्रॉन को लेकर अंबेडकर कोविड अस्पताल में कैसी है तैयारी, देखिए रिपोर्ट

साउथ दिल्ली के अंबेडकर कोविड 19 अस्पताल में ईटीवी भारत की टीम पहुंची जहां अस्पताल के एमएस डॉ पीके मलिक से बात की तो पता चला कि अस्पताल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 600 बेड अस्पताल में उपलब्ध हैं.

ओमिक्रोन
अंबेडकर अस्पताल में कैसी हैं ओमिक्रॉन को लेकर तैयारियां, देखिए रिपोर्ट
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Published : Dec 8, 2021, 12:49 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था. संक्रमित मरीज को लोकनायक अस्पताल में आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है. विदेशों से आए लोगों में से 17 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. 12 सैंपल की जीनोम सिक्वेन्सिंग हुई है, जिसमें एक मरीज में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है.


ईटीवी भारत की टीम ने कोरोना के नए वैरिएंट की तैयारियों को लेकर अस्पताल का दौरा किया. दक्षिणी दिल्ली के अंबेडकर कोविड 19 अस्पताल में ईटीवी भारत की टीम पहुंची जहां अस्पताल के एमएस डॉ पीके मलिक से बात की तो पता चला कि अस्पताल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 600 बेड अस्पताल में उपलब्ध हैं.

अंबेडकर अस्पताल में कैसी हैं ओमिक्रॉन को लेकर तैयारियां, देखिए रिपोर्ट

वहीं जिस प्रकार कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत हुई थी अब वह किल्लत नहीं होगी. दिल्ली सरकार की तरफ से लगाए गए दो पीएसए प्लांट को भी चालू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी तक दिल्ली में ओमिक्रॉन का एक मामला आया है, लेकिन अस्पताल में सभी तैयारियां पूरी हैं. एक तरफ फ्लू की जांच की जा रही है दूसरी तरफ अस्पताल में पूरी तरह से बेड खाली हैं. हम नए वैरिएंट से लड़ने के लिए पूरी तरह पर्याप्त रूप से तैयार हैं.

ये भी पढ़ें- Corona Update: भारत में 24 घंटे में 8,439 नए मामले, 195 मौतें


बता दें कि दक्षिणी दिल्ली का अंबेडकर कोविड-19 अस्पताल सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए ही है. जिस तरह से कोरोना के केस कम होते गए. अस्पताल में बेड की संख्या भी घटा दी गई थी. पहले 200 बेड की संख्या थी और फिर इसे बढ़ाकर 600 बेड कर दिया गया है.

100 बेड आईसीयू के लिए रिजर्व रखे गए हैं. अंबेडकर कोविड-19 अस्पताल के एमएस डॉ पीके मलिक ने बताया कि अभी हमें सावधान रहने की जरूरत है जो कोरोना की गाइडलाइन है. अगर हम उसे फॉलो करते हैं तो अभी भी बचाव संभव है, लेकिन हमें नियमों में कोई ढिलाई नहीं बरतनी है. इतना ही नहीं भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचना है जो पहले नेम थे वही नियम फॉलो करने हैं और अगर अस्पताल की बात की जाए तो अस्पताल में पूरा स्टाफ मौजूद है और सभी तैयारियां अस्पताल की पूरी हैं.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था. संक्रमित मरीज को लोकनायक अस्पताल में आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है. विदेशों से आए लोगों में से 17 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. 12 सैंपल की जीनोम सिक्वेन्सिंग हुई है, जिसमें एक मरीज में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है.


ईटीवी भारत की टीम ने कोरोना के नए वैरिएंट की तैयारियों को लेकर अस्पताल का दौरा किया. दक्षिणी दिल्ली के अंबेडकर कोविड 19 अस्पताल में ईटीवी भारत की टीम पहुंची जहां अस्पताल के एमएस डॉ पीके मलिक से बात की तो पता चला कि अस्पताल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. 600 बेड अस्पताल में उपलब्ध हैं.

अंबेडकर अस्पताल में कैसी हैं ओमिक्रॉन को लेकर तैयारियां, देखिए रिपोर्ट

वहीं जिस प्रकार कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत हुई थी अब वह किल्लत नहीं होगी. दिल्ली सरकार की तरफ से लगाए गए दो पीएसए प्लांट को भी चालू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी तक दिल्ली में ओमिक्रॉन का एक मामला आया है, लेकिन अस्पताल में सभी तैयारियां पूरी हैं. एक तरफ फ्लू की जांच की जा रही है दूसरी तरफ अस्पताल में पूरी तरह से बेड खाली हैं. हम नए वैरिएंट से लड़ने के लिए पूरी तरह पर्याप्त रूप से तैयार हैं.

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बता दें कि दक्षिणी दिल्ली का अंबेडकर कोविड-19 अस्पताल सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए ही है. जिस तरह से कोरोना के केस कम होते गए. अस्पताल में बेड की संख्या भी घटा दी गई थी. पहले 200 बेड की संख्या थी और फिर इसे बढ़ाकर 600 बेड कर दिया गया है.

100 बेड आईसीयू के लिए रिजर्व रखे गए हैं. अंबेडकर कोविड-19 अस्पताल के एमएस डॉ पीके मलिक ने बताया कि अभी हमें सावधान रहने की जरूरत है जो कोरोना की गाइडलाइन है. अगर हम उसे फॉलो करते हैं तो अभी भी बचाव संभव है, लेकिन हमें नियमों में कोई ढिलाई नहीं बरतनी है. इतना ही नहीं भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचना है जो पहले नेम थे वही नियम फॉलो करने हैं और अगर अस्पताल की बात की जाए तो अस्पताल में पूरा स्टाफ मौजूद है और सभी तैयारियां अस्पताल की पूरी हैं.

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