नई दिल्ली: साकेत इलाके में रंजिश के चलते हत्या को अंजाम देने वाले गैंग के तीन बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. हत्या की साजिश में कुल 9 लोग शामिल थे. दोनों गैंग के बीच चल रही रंजिश के चलते इस हत्याकांड को साकेत कोर्ट के पास ही अंजाम दिया गया था.
इस मामले में फरार चल रहे छह अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है. गिरफ्तारी की जानकारी साकेत पुलिस को दे दी गई है. डीसीपी जी रामगोपाल नाइक के अनुसार बीते 6 मई को साकेत कोर्ट के बाहर प्रिंस उर्फ बिहारी नामक बदमाश की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस बाबत साकेत थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस को मौके से एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला था जिसमें आरोपियों के बारे में कुछ सुराग मिला. इस हत्याकांड को रंजिश के चलते अंजाम देने की बात सामने आई क्योंकि मारा गया प्रिंस भी बदमाश था. इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस की टीम छानबीन कर रही थी.
तीन युवक गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एसीपी संदीप लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू की. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि हत्या की साजिश में शामिल खानपुर निवासी बादल खानपुर बस स्टॉप के पास आएगा. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने छापा मारकर बादल को पकड़ लिया. उसकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपियों सतेंद्र और अशफाक को भी पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि कुख्यात बदमाश दीपक चौधरी से प्रिंस की रंजिश चल रही थी. इसके चलते ही उन्होंने साजिश रचकर हत्या को अंजाम दिया.
9 लोगों ने दिया वारदात को अंजाम
पूछताछ में बादल ने पुलिस को बताया कि दीपक चौधरी ने पांच माह पहले भी गाजियाबाद में प्रिंस पर हमला करवाया था, लेकिन इसमें वह बच गया था. 15 दिन पहले भी उन्होंने साजिश रची थी पर बात नहीं बनी, इसलिए 5 मई को वह साकेत के एक पार्क में इक्ट्ठा हुए. यहां उन्होंने तय किया कि अगले दिन कोर्ट से पेशी होने के बाद जब प्रिंस निकलेगा तो उसकी हत्या कर देंगे. साजिश के तहत बादल, सतेंद्र और अशफाक कोर्ट में मौजूद प्रिंस की पल-पल की जानकारी बाहर दे रहे थे. वह जब कोर्ट से बाहर निकला तो इसकी जानकारी बाहर घात लगाकर बैठे बदमाशों तक पहुंच गई. बाइक पर आकर उन्होंने प्रिंस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी जिसके चलते उसकी मौत हो गई.