नई दिल्लीः MBBS कोर्स में दाखिला दिलाने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले जालसाज को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. शातिर ठग एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में एडमिशन दिलाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूल करता था. गिरफ्तार आरोपी पिछले दो सालों से फरार चल रहा था. आरोपी नीट पासआउट छात्रों का डिटेल हासिल कर लेता था. उसके बाद उन छात्रों को एडमिशन के लिए देशभर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में कमीशन के आधार पर एमबीबीएस पाठ्यक्रम में सीट दिलाने का झांसा देता था और रुपये ऐंठता था. आरोपी की पहचान लक्की सिद्धू निवासी मोहल्ला रानी बाग दिल्ली के रूप में की गई है. आरोपी प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था.
दिल्ली क्राइम ब्रांच के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि प्रीतम सिंह ने साइबर सेल अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि लकी सिद्धू नाम के एक जालसाज ने उनके बेटे शिव शक्ति को बेंगलुरु के एक मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर उनसे 12 लाख रुपए की ठगी की है. आरोप लगाया कि जुलाई 2018 में उसे लकी सिद्धू नाम के एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने बताया कि वह मेरे बेटे को बेंगलुरु स्थित मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने की व्यवस्था कर सकता है. कथित तौर पर उसने कुल 30 लाख रुपए की मांग की.
शिकायतकर्ता दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित उसके कार्यालय गया और उसे 10 लाख रुपए नकद दिए. इसके बाद लकी सिद्धू ने शिकायतकर्ता को अपने बेटे के साथ बेंगलुरु जाने के लिए कहा. जहां उसे उसका छोटा भाई रिंकू मिलेगा. आरोपी ने शिकायतकर्ता से रुपए लेने की बात कही. रिंकू को 2 लाख देने होंगे और प्रवेश प्रक्रिया की सुविधा प्रदान करेगा, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने रिंकू को बेंगलुरु में दो लाख की नकदी दी. बाद में शिकायतकर्ता और उसके बेटे को मेडिकल कॉलेज से पता चला कि उसके बेटे का एडमिशन नहीं हुआ है.
इस संबंध में पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए और शातिर जालसाज को गिरफ्तार करने के लिए ज्वाइंट सीपी एसडीम मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच विचित्र वीर एसीपी प्रभात सिन्हा और इंस्पेक्टर मनोज कुमार मिश्रा की देखरेख में टीम का गठन किया. इसमें एसआई प्रमोद कुमार, राकेश मलिक, एएसआई संजय कुमार, हेड कांस्टेबल मोहित मलिक, अक्षय सोलंकी, भूपेंद्र कुमार, विकास धनकड़, राजेश कुमार, गौरव कुमार, कपिल कुमार और सचिन को शामिल किया गया.
क्राइम ब्रांच की टीम ने लगातार छानबीन करते हुए जांच की. आरोपी व्यक्ति के बारे में कुछ सूचना एसआई प्रमोद कुमार को प्राप्त हुआ. उसने बताया कि आरोपी दिल्ली के रानी बाग का रहने वाला है. सूचना के आधार पर टीम ने रानी बाग इलाके में छापेमारी कर उसे पकड़ लिया. पूछताछ पर उसकी पहचान लकी सिद्धू के रूप में हुई. पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि आरोपी पीएस डाबरी थाना क्षेत्र इलाके का एक घोषित भगोड़ा अपराधी है. आरोपी ने मोती नगर लुधियाना पंजाब में भी एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है.