नई दिल्लीः ग्रेटर कैलाश इलाके में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दस से ज्यादा लोगों को ठगने वाले एक जालसाज को पुलिस ने अरेस्ट किया है. आरोपी ने सर्वोच्च न्यायालय में वकील के रूप में अपना परिचय देकर घरेलू नौकरों और मजदूरों को निशाना बनाया था. इसकी पहचान पुल प्रह्लादपुर के सोनिया गांधी कैंप निवासी 46 साल के देव नारायण शर्मा के तौर पर हुई. इसके पास से 3 मोबाइल फोन, 9 क्रेडिट और डेबिट कार्ड और सर्वोच्च न्यायालय का पहचान पत्र, 9 सिम कार्ड, 2 दोपहिया वाहन बरामद किए हैं.
डीसीपी साउथ चंदन चौधरी ने बताया ग्रेटर कैलाश थाने के एसएचओ अजीत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और इस जालसाज को अरेस्ट किया है. इस टीम में एसएचओ अजीत कुमार, सब इंस्पेक्टर विनोद भाटी, एएसआई कमलेश, एएसआई मेजर हुसैन, एचसी सुनील, एचसी जितेंद्र शामिल रहे. 12 जून को तुगलकाबाद निवासी एक महिला शिकायतकर्ता ने मोबाइल फोन और पर्स चोरी के संबंध में शिकायत दी थी. पीड़िता ने बताया कि वह आर-ब्लॉक, ग्रेटर कैलाश में नौकरानी के रूप में काम करती है. वह काम कर घर लौट रही थी, तभी एक व्यक्ति उसे आर-ब्लॉक पार्क, जीके-1 के पास मिला. उसने खुद को सर्वोच्च न्यायालय में एक वकील के रूप में पेश किया. मोटी तनख्वाह वाली अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर वह उसका मोबाइल फोन और पर्स लेकर मौके से फरार हो गया.
तीन घोषित बदमाश बदमाशः वहीं, स्पेशल स्टाफ और एएटीएस साउथ डिस्ट्रिक्ट की टीम ने तीन घोषित बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है. जैसे ही पुलिस टीम को दो उद्घोषित अपराधियों के पहचान बदलकर छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी, तुरंत इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एचसी संदीप, एचसी संदेश और एचसी सोमवीर की एक टीम बनी. तेजी से कार्रवाई करने के लिए उमेश यादव, आईसी एएटीएस एसडी का गठन किया गया. टीम ने अंतर्राज्यीय मुखबिरों को सक्रिय किया और क्षेत्रों की स्थानीय जांच की और घोषित अपराधी के बारे में महत्वपूर्ण सुराग हासिल किए.
इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एचसी रोशन और एचसी कृष्ण की एक टीम बनाई गई. एससी रोशन को एक विश्वसनीय जानकारी मिली कि एक घोषित अपराधी सफदरजंग अस्पताल के पास आएगा. सूचना को और विकसित किया गया और सुबह करीब 10:30 बजे टीम ने सफदरजंग अस्पताल के पास जाल बिछाया. गुप्त मुखबिर की निशानदेही पर उद्घोषित अपराधी अमित को गिरफ्तार कर लिया गया. इन सभी को साकेत कोर्ट में समक्ष पेश किया गया.