नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के विरोध में इस्तीफा देने वाले पूर्व IAS ऑफिसर कन्नन गोपीनाथन शाहीन बाग प्रदर्शन में पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शन में बैठी महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि इस कानून से सबसे ज्यादा गरीब पर असर होगा. इतना ही नहीं उन्होंने महिलाओं के इतनी बड़ी तादाद में बाहर आने पर खुशी जाहिर की.
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर आईएएस गोपीमाथन ने कहा कि इस कानून से सबसे ज्यादा गरीब पिसेगा क्योंकि अमीर लोगों के पास डॉक्युमेंट्स होंगे. उन्होंने कहा कि जो लोग रिक्शा चलाते हैं, दुकानदार हैं, फैरी वाले हैं इनके पास पेपर्स नहीं होंगे ये लोग कहां से पेपर दिखायेंगे. ये गरीब इंसान पर सबसे बड़ा प्रहार है.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में धर्म के आधार पर लोंगों को नहीं बांटा जाएगा. उन्होंने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार को अगर हिंदुओं को ही नागरिकता देनी थी जो थ्योरी सरकार की है कि हिन्दू राष्ट्र बनायेंगे तो श्रीलंका का नाम क्यों नहीं दिया. वहां तो सबसे ज्यादा हिन्दू हैं क्योकि ये जानबूझकर ऐसे देशों को नाम लाये जो मुस्लिम देश थे ताकि धर्म की आड़ में लोगों में फर्क पैदा किया जा सके.