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पब्लिक पूछती है: पानी, सीवर और जाम से परेशान ग्रेटर कैलाश के लोग - दिल्ली विधानसभा चुनाव

ईटीवी भारत की टीम जब अपने पब्लित पूछती है कार्यक्रम के तहत ग्रेटर कैलाश विधानसभा पहुंची तो यहां सड़क, सीवर और पानी के साथ ही जाम भी एक अहम मुद्दा है क्योंकि यहां आए दिन जाम की समस्या से लोग दो-चार होते हैं और घंटों जाम में फंसे रहते हैं.

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पब्लिक पूछती है
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Published : Dec 22, 2019, 5:27 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं. इन सबके बीच ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के लगातार अलग-अलग विधानसभाओं में जा रही है और जनता से जुड़े समस्याओं को जानने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में ईटीवी भारत की टीम ग्रेटर कैलाश विधानसभा पहुंची.

पानी, सीवर और जाम से परेशान ग्रेटर कैलाश के लोग

सीवर, जाम, पार्किंग और पानी मुख्य समस्या
यहां के मुद्दों की बात करें तो यहां सड़क, सीवर और पानी के साथ ही जाम भी एक अहम मुद्दा है क्योंकि यहां आए दिन जाम की समस्या से लोग दो-चार होते हैं और घंटों जाम में फंसे रहते हैं. लोगों का कहना है कि यहां पर ट्राफिक जाम की काफी समस्या होती है. पार्किंग को लेकर यहां आए दिन विवाद होते हैं. सीआर पार्क के तरफ से निकलने में घंटों लोगों को जाम में फंसना पड़ता है. वहीं कुछ बुजुर्गों का कहना है कि बुजुर्गों के लिए के हेल्थ के लिए कुछ करने की जरूरत है. यहां पर पब्लिक टॉयलेट की भी कमी है.

'5 सालों में हुए हैं कई कार्य'
विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि यहां पर जब हम लोग चुनाव जीत कर आए थे तो अहम समस्या बीआरटी कॉरिडोर की थी. जिसका समाधान किया गया इसके अलावा पानी की भी समस्या थी जिसका भी समाधान किया गया. वहीं कई जगह जलभराव की समस्या थी उस पर भी काम किया गया हैं. इसके अलावा भी विधायक 5 साल में अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए कहते हैं यहां पर हर क्षेत्रों में काम हुआ हैं

'नहीं हुआ विकास का कोई कार्य'
वहीं बीजेपी के से यहां विधायक प्रत्याशी रहे राकेश गुलिया का कहना है कि पिछले 5 सालों में ग्रेटर कैलाश विधानसभा में विकास के कोई कार्य नहीं हुए हैं. कोई नया स्कूल नहीं बना है. ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कोई नया फ्लाईओवर नहीं बना है और ना ही कोई पार्किंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही उनका कहना है कि विधायक बुजुर्गों के बने सेंटर पर कब्जा करके अपना ऑफिस खोल रखें हैं.

'ग्रेटर कैलाश का मतदाता आंकड़ा'
अगर बात करें ग्रेटर कैलाश विधानसभा के मतदाताओ के आंकड़ों की तो पिछले लोकसभा चुनाव में यहां पर कुल वोट 106885 पड़े थे. जिसमें से बीजेपी के मीनाक्षी लेखी को 62394 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी के बृजेश गोयल को 18301 वोट मिले थे और कांग्रेश के अजय माकन को 24310 वोट मिले थे. 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज चुनाव जीतने में कामयाब हुए और फिर दोबारा 2015 में भी आम आदमी पार्टी की लहर में सौरभ भारद्वाज यहां से दोबारा जीतने में कामयाब रहे.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं. इन सबके बीच ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के लगातार अलग-अलग विधानसभाओं में जा रही है और जनता से जुड़े समस्याओं को जानने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में ईटीवी भारत की टीम ग्रेटर कैलाश विधानसभा पहुंची.

पानी, सीवर और जाम से परेशान ग्रेटर कैलाश के लोग

सीवर, जाम, पार्किंग और पानी मुख्य समस्या
यहां के मुद्दों की बात करें तो यहां सड़क, सीवर और पानी के साथ ही जाम भी एक अहम मुद्दा है क्योंकि यहां आए दिन जाम की समस्या से लोग दो-चार होते हैं और घंटों जाम में फंसे रहते हैं. लोगों का कहना है कि यहां पर ट्राफिक जाम की काफी समस्या होती है. पार्किंग को लेकर यहां आए दिन विवाद होते हैं. सीआर पार्क के तरफ से निकलने में घंटों लोगों को जाम में फंसना पड़ता है. वहीं कुछ बुजुर्गों का कहना है कि बुजुर्गों के लिए के हेल्थ के लिए कुछ करने की जरूरत है. यहां पर पब्लिक टॉयलेट की भी कमी है.

'5 सालों में हुए हैं कई कार्य'
विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि यहां पर जब हम लोग चुनाव जीत कर आए थे तो अहम समस्या बीआरटी कॉरिडोर की थी. जिसका समाधान किया गया इसके अलावा पानी की भी समस्या थी जिसका भी समाधान किया गया. वहीं कई जगह जलभराव की समस्या थी उस पर भी काम किया गया हैं. इसके अलावा भी विधायक 5 साल में अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए कहते हैं यहां पर हर क्षेत्रों में काम हुआ हैं

'नहीं हुआ विकास का कोई कार्य'
वहीं बीजेपी के से यहां विधायक प्रत्याशी रहे राकेश गुलिया का कहना है कि पिछले 5 सालों में ग्रेटर कैलाश विधानसभा में विकास के कोई कार्य नहीं हुए हैं. कोई नया स्कूल नहीं बना है. ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कोई नया फ्लाईओवर नहीं बना है और ना ही कोई पार्किंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही उनका कहना है कि विधायक बुजुर्गों के बने सेंटर पर कब्जा करके अपना ऑफिस खोल रखें हैं.

'ग्रेटर कैलाश का मतदाता आंकड़ा'
अगर बात करें ग्रेटर कैलाश विधानसभा के मतदाताओ के आंकड़ों की तो पिछले लोकसभा चुनाव में यहां पर कुल वोट 106885 पड़े थे. जिसमें से बीजेपी के मीनाक्षी लेखी को 62394 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी के बृजेश गोयल को 18301 वोट मिले थे और कांग्रेश के अजय माकन को 24310 वोट मिले थे. 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज चुनाव जीतने में कामयाब हुए और फिर दोबारा 2015 में भी आम आदमी पार्टी की लहर में सौरभ भारद्वाज यहां से दोबारा जीतने में कामयाब रहे.

Intro:डेडलाइन - नई दिल्ली (50 ग्रेटर कैलाश विधानसभा )

(50) ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट की (ग्राउंड रिपोर्ट)


आगामी कुछ महीनों में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं ।इसके मद्देनजर ईटीवी की टीम लगातार दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा इलाके में पहुंच रही है और वहां की ग्राउंड रिपोर्ट कर वहां की मुद्दे और समस्याओं को समझने की कोशिश कर रही है इसी कड़ी में हम दिल्ली के 50 ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे ग्रेटर कैलाश में भी दिल्ली के अन्य विधानसभाओं की तरह पानी शिवर ,सड़के मुद्दे हैं लेकिन सबसे अहम ट्राफिक जाम और पार्किंग का हैं


Body:लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी को मिली थी बढ़त ।

अगर बात करें ग्रेटर कैलाश विधानसभा के मतदाताओ के आंकड़ों की तो पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर कुल वोट 106885 पड़े थे जिसमें से बीजेपी के मीनाक्षी लेखी को 62394 वोट मिले वहीं आम आदमी पार्टी के बृजेश गोयल को 18301 वोट मिले थे और कांग्रेश के अजय माकन को 24310 वोट मिले थे । 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज चुनाव जीतने में कामयाब हुए और फिर दोबारा 2015 में भी आम आदमी पार्टी की लहर में सौरभ भारद्वाज यहां से दोबारा जीतने में कामयाब रहे ।

यहां के मुद्दे शिवर,जाम,पार्किंग और पानी है


यहां के मुद्दों की बात करें तो यहां सड़क सीवर और पानी के साथ ही जाम भी एक अहम मुद्दा है क्योंकि यहां आए दिन जाम की समस्या से लोग दो-चार होते हैं और घंटों जाम में फंसे रहते हैं लोगों का कहना है कि यहां पर ट्राफिक जाम की काफी समस्या होती है पार्किंग को लेकर यहां आए दिन विवाद होते हैं सीआर पार्क के तरफ से निकलने में घंटों लोगों को जाम में फंसना पड़ता है वहीं कुछ बुजुर्गों का कहना है कि बुजुर्गों के लिए के हेल्थ के लिए कुछ करने की जरूरत है । यहां पर पब्लिक टॉयलेट की भी कमी है ।


विकास के कई कार्य 5 सालों में हुए हैं

विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि यहां पर जब हम लोग चुनाव जीत कर आए तो है अहम समस्या बीआरटी कॉरिडोर की थी जिसका समाधान किया गया इसके अलावा पानी की भी समस्या थी जिसका भी समाधान किया गया वहीं कई जगह जलभराव की समस्या थी उस पर भी काम किया गया हैं । इसके अलावा भी विधायक 5 साल में अपने द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए कहते हैं यहाँ पर हर क्षेत्रों में काम हुआ है ।

विकास का कोई कार्य पिछले 5 सालों में नहीं हुआ है


वहीं बीजेपी के से यहां विधायक प्रत्याशी रहे राकेश गुलिया का कहना है कि पिछले 5 सालों में ग्रेटर कैलाश विधानसभा में विकास के कोई कार्य नहीं हुए हैं कोई नया स्कूल नहीं बना है ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कोई नया फ्लावर नहीं बना है ना ही कोई पार्किंग की व्यवस्था की गई है ऐसे तमाम आरोप बीजेपी के नेता लगाते हैं और साथ ही उनका कहना है कि विधायक बुजुर्गों के बने सेंटर पर कब्जा करके अपना ऑफिस खोल रखें हैं।


बाइट - स्थानीय लोगों की
बाइट - सौरभ भारद्वाज(विधायक ग्रेटर कैलाश)
बाइट- राकेश गुलिया(भाजपा नेता)




Conclusion:ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र पॉश माना जाता है दिल्ली के अन्य विधानसभाओं के अलग यहां पर कई अलग मुद्दे हैं जिसमें जाम और पार्किंग की समस्या अहम है वही इस विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में शीवर और पानी की भी समस्या मौजूद है ।
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