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कोरोना से पर्यावरणविद् एवं सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा का निधन, LG ने जताया शोक - मनोज गुप्ता का रविवार को निधन

जाने माने पर्यावरणविद् एवं सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा का रविवार को निधन हो गया. वह लंबे समय से कोरोना से पीड़ित थे. निधन पर दिल्ली के उपराज्यपाल एवं स्वास्थय मंत्री ने ट्वीट कर शेक जताया.

Social Worker Manoj Mishra
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Published : Jun 4, 2023, 4:36 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में यमुना नदी के पुनरुद्धार के काम में लगे प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें 10 अप्रैल को भोपाल के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके बाद उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन लगातार गिरता गया, जिससे वह उबर नहीं पाए. उन्होंने रविवार दोपहर 12.40 बजे अंतिम सांस ली. यह जानकारी उनके संबंधी ने उन्हीं के टि्वटर हैंडल से ट्वीट करके दी. वह अपनी मां के देखभाल के लिए स्थाई रूप से भोपाल शिफ्ट हो गए थे.

हो गया था मृत्यु का आभास: इससे पहले जब वे कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे तो उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि कोविड-19 रंग दिखा रहा है. ऑक्सीजन का स्तर कम होने के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. जब उन्हें अपने मृत्यु का आभास होने लगा तो उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, 'रहे न रहे हम, महका करेंगे.'

वहीं, 8 अप्रैल को अपने एक ट्वीट में उन्होंने एक कंपनी की आयुर्वेदिक दवा की पैकिंग को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि जमाना बदल गया है और तकनीक भी बदल गया है. फिर भी देश की जानी मानी कंपनी दवा की बॉटलिंग प्रोसेस को आसान नहीं कर पाई है. इस दवा के ढक्कन को खोलने के लिए आधे घंटे तक जूझना पड़ा.

उपराज्यपाल ने ट्वीट कर जताया शोक: उनकी इस आकस्मिक मौत पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'मनोज मिश्रा जी के असामयिक निधन से स्तब्ध और दुखी हूं. वह पर्यावरण के लिए एक योद्धा और यमुना नदी के पुत्र बने रहे, जो उसके पुनरुद्धार के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे. उनके निधन ने हमें यमुना के कायाकल्प के मार्ग पर एक मूल्यवान सह यात्री से वंचित कर दिया है. शोक-संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं.

  • Shocked & pained at the untimely demise of Shri Manoj Misra Ji.

    He remained a warrior for the cause of Environment & a Son of River Yamuna, consistently striving for her revival.
    His passing away leaves us bereft of a valuable fellow traveler on path of rejuvenating Yamuna.

    — LG Delhi (@LtGovDelhi) June 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

स्वास्थ्य मंत्री ने भी किया ट्वीट: उनके अतिरिक्त दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी मनोज मिश्रा की मृत्यु पर शोक प्रकट किया. उन्होंने ट्वीट किया, मनोज मिश्रा के निधन की खबर से दुखी हूं. वह बहुत प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थे और दशकों से दिल्ली सरकार सहित कई सरकारों और संगठनों के लिए एक मार्गदर्शक थे. उसकी आत्मा को शांति मिले.

  • Saddened by the news of Shri Manoj Mishra’s death. He was a very renowned activist and had been a guiding force for many Govts & organisations for decades including Delhi Govt.

    May his soul rest in peace. pic.twitter.com/Oe63S3dtge

    — Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) June 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यमुना संसद ने आज ही बनाया था रिकॉर्ड: यमुना की साफ-सफाई और पुनरुद्धार के लिए रविवार को ही यमुना संसद के तहत लगभग एक लाख लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई थी. इसमें देशभर से आए लोगों ने यमुना मां की साफ-सफाई को लेकर अपने संकल्प का प्रदर्शन किया.

यह भी पढ़ें-IAS Umang Narula: 1989 बैच के IAS उमंग नरूला होंगे दिल्ली LG के नए सलाहकार, केंद्र ने जारी किया आदेश

यह भी पढ़ें-Yamuna Human Chain: वजीराबाद से कालिंदी कुंज तक लाखों लोगों ने बनाई मानव श्रृंखला, जानें क्या हैं इसके उद्देश्य

नई दिल्ली: राजधानी में यमुना नदी के पुनरुद्धार के काम में लगे प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं सामाजिक कार्यकर्ता मनोज मिश्रा की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें 10 अप्रैल को भोपाल के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके बाद उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन लगातार गिरता गया, जिससे वह उबर नहीं पाए. उन्होंने रविवार दोपहर 12.40 बजे अंतिम सांस ली. यह जानकारी उनके संबंधी ने उन्हीं के टि्वटर हैंडल से ट्वीट करके दी. वह अपनी मां के देखभाल के लिए स्थाई रूप से भोपाल शिफ्ट हो गए थे.

हो गया था मृत्यु का आभास: इससे पहले जब वे कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे तो उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि कोविड-19 रंग दिखा रहा है. ऑक्सीजन का स्तर कम होने के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. जब उन्हें अपने मृत्यु का आभास होने लगा तो उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, 'रहे न रहे हम, महका करेंगे.'

वहीं, 8 अप्रैल को अपने एक ट्वीट में उन्होंने एक कंपनी की आयुर्वेदिक दवा की पैकिंग को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि जमाना बदल गया है और तकनीक भी बदल गया है. फिर भी देश की जानी मानी कंपनी दवा की बॉटलिंग प्रोसेस को आसान नहीं कर पाई है. इस दवा के ढक्कन को खोलने के लिए आधे घंटे तक जूझना पड़ा.

उपराज्यपाल ने ट्वीट कर जताया शोक: उनकी इस आकस्मिक मौत पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'मनोज मिश्रा जी के असामयिक निधन से स्तब्ध और दुखी हूं. वह पर्यावरण के लिए एक योद्धा और यमुना नदी के पुत्र बने रहे, जो उसके पुनरुद्धार के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे. उनके निधन ने हमें यमुना के कायाकल्प के मार्ग पर एक मूल्यवान सह यात्री से वंचित कर दिया है. शोक-संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं.

  • Shocked & pained at the untimely demise of Shri Manoj Misra Ji.

    He remained a warrior for the cause of Environment & a Son of River Yamuna, consistently striving for her revival.
    His passing away leaves us bereft of a valuable fellow traveler on path of rejuvenating Yamuna.

    — LG Delhi (@LtGovDelhi) June 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

स्वास्थ्य मंत्री ने भी किया ट्वीट: उनके अतिरिक्त दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी मनोज मिश्रा की मृत्यु पर शोक प्रकट किया. उन्होंने ट्वीट किया, मनोज मिश्रा के निधन की खबर से दुखी हूं. वह बहुत प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थे और दशकों से दिल्ली सरकार सहित कई सरकारों और संगठनों के लिए एक मार्गदर्शक थे. उसकी आत्मा को शांति मिले.

  • Saddened by the news of Shri Manoj Mishra’s death. He was a very renowned activist and had been a guiding force for many Govts & organisations for decades including Delhi Govt.

    May his soul rest in peace. pic.twitter.com/Oe63S3dtge

    — Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) June 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यमुना संसद ने आज ही बनाया था रिकॉर्ड: यमुना की साफ-सफाई और पुनरुद्धार के लिए रविवार को ही यमुना संसद के तहत लगभग एक लाख लोगों ने मानव श्रृंखला बनाई थी. इसमें देशभर से आए लोगों ने यमुना मां की साफ-सफाई को लेकर अपने संकल्प का प्रदर्शन किया.

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