नई दिल्ली: सरकार की ओर से रैगिंग को पूरी तरीके से बैन कर दिया गया है लेकिन अभी भी कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में थोड़ी बहुत रैगिंग की जाती है. इसलिए सरकार रैगिंग रोकने के लिए कदम उठाती रहती है.
खोले जाएंगे कंट्रोल रूम
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ विजय वर्मा ने रैगिंग के मुद्दे पर ईटीवी भारत से बात की. उन्होने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय समेत सभी कॉलेजों में रैगिंग को बैन कर दिया गया है.
दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए एक नई पहल करते हुए रैगिंग रोकने और उसकी शिकायत करने के लिए डीयू में दो संयुक्त कंट्रोल रूम स्थापित करने की घोषणा की है जो नॉर्थ और साउथ कैंपस में खोले जाएंगे.
नए छात्रों ने रैगिंग पर रखी अपनी बात
रैगिंग को लेकर ईटीवी भारत ने बच्चों से बात कर उनकी राय जाननी चाही. बच्चों ने बताया कि यह एक सराहनीय कदम है क्योंकि रैगिंग सरासर गलत है. वह एक छात्र के मनोबल को तोड़ती है साथ ही साथ उन छात्रों के अभिभावकों ने भी इस कदम को एक अच्छी पहल बताया.
बैठक में लिया गया फैसला
यह कंट्रोल रूम दिल्ली विश्वविद्यालय के दोनों कैंपस में खोले जाएंगे जिसमें नॉर्थ और साउथ कैंपस शामिल हैं. इसके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.
12 जुलाई को हुई दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रॉक्टोरियल बोर्ड की बैठक के बाद इसकी घोषणा की गई जिसमें कहा गया कि डीयू ने नए सत्र में किसी भी प्रकार की रैगिंग को रोकने के लिए सख्त कदम उठाया है.
इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय ने रैगिंग के खिलाफ दिल्ली पुलिस,डीटीसी और दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों से भी इस विषय पर चर्चा की है और रैगिंग को लेकर अलर्ट रहने को कहा है.
दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से नए शैक्षणिक सत्र में छात्रों के लिए अच्छे माहौल को स्थापित करने के लिए तमाम कार्य किए जा रहे हैं चाहे वह छात्र हो या छात्राएं इसके लिए कॉलेज प्रशासन और अधिकारियों से चर्चा की गई है.