नई दिल्ली: डेंगू से बचाव करने के लिए पूरी दिल्ली को नसीहत देने वाले केजरीवाल अपने ही घर को बचा नहीं पा रहे हैं. दिल्ली की सरकारी जगहों पर लापरवाही के चलते लगातार चालान काटे जा रहे हैं. इसी सच्चाई को लोगों के सामने लाने के लिए साउथ एमसीडी केजरीवाल सरकार के खिलाफ पोल-खोल अभियान चलाएगी.
टास्क फोर्स का गठन
इस अभियान के तहत बस डिपो, सरकारी स्कूल, अस्पतालों, अथॉरिटी आदि को चेक किया जाएगा और लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. स्थाई समिति उपाध्यक्ष राजपाल के नेतृत्व में इसके लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है.
स्थाई कमिटी उपाध्यक्ष और श्री निवासपुरी से बीजेपी पार्षद राजपाल सिंह कहते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल डेंगू की रोकथाम के नाम पर दिल्ली की जनता को बेवकूफ बना रहे हैं. राजपाल कहते हैं कि दिल्ली सरकार के पास ना तो डेंगू के लिए कोई स्टाफ है और ना ही इसके बचाव के लिए कोई दवाइयां. ऐसे में सिर्फ पानी उड़ेल कर अगर डेंगू से बचाव हो रहा है तो उनके खुद के कार्यालय इसका पालन क्यों नहीं कर रहे हैं.
लोगों को सच बताना जरूरी
राजपाल कहते हैं उनके नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स हर सोमवार यहां सरकारी जगहों का मुआयना कर रही है. ऐसी एक नहीं बल्कि 50 से ज्यादा जगहों पर लापरवाही के चलते चालान भी काटे गए.
उनका कहना है कि टास्क फोर्स सिर्फ दिल्ली सरकार के नहीं बल्कि अन्य एजेंसियों के दफ्तरों को भी चेक कर रही है लेकिन यहां सरकारी दफ्तरों का जिक्र लोगों को सच बताने के लिए भी करना जरूरी है.
बता दें कि दिल्ली सरकार हर रविवार को दिल्ली में डेंगू के खिलाफ अभियान चला रही है. जहां केजरीवाल दिल्ली में नियंत्रण में आए डेंगू के मामलों पर श्रेय लेने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे, वहीं स्थानीय एजेंसियां ये आरोप लगा रही हैं कि डेंगू जैसी बीमारियों के लिए दिल्ली सरकार ने कभी उनकी मदद नहीं की.