नई दिल्ली: दिल्ली के कोटला मुबारकपुर थाना की पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी कर 6 महिला कॉलर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. फर्जी कॉल सेंटर से बेरोजगार लोगों को एयरपोर्ट अथॉरिटी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. पुलिस ने इनके पास से 11 मोबाइल फोन, 01 लैपटॉप, पिच (लोगों को लुभाने के लिए भाषण) और बेरोजगार व्यक्तियों का डेटा बरामद किया है. पुलिस की पूछताछ के दौरान गिरफ्तार लोगों ने इस सेंटर को चलाने वाले लोगों के नाम बताए.
3 महीने से चला रहे थे सेंटरः पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वो लोग पिछले 3 महीने से इस कॉल सेंटर के साथ काम कर रहे थे. एयरपोर्ट अथॉरिटी में नौकरी दिलाने के बहाने बेरोजगार लोगों के साथ यह ठगी करते थे. कॉल सेंटर चलाने वाले लोगों ने बताया कि वो लोग आवेदन पत्र के नाम पर 1100 रुपये लेते थे. प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 10,000 रुपये के अलावा फीस लेते थे. इनका निशाना असम, अगरतला, भुवनेश्वर और यूपी के बेरोजगार लोग थे.
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पुलिस की पूछताछ में हुआ मास्टरमाइंड का खुलासाः डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी रखने के दौरान एसआई धर्म सिंह को सूचना मिली कि कोटला मुबारकपुर की तीसरी मंजिल के एक मकान में अवैध कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है. सेंटर में एयरपोर्ट अथॉरिटी में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है.
सूचना पर टीम का गठन कर पुलिस ने उक्त पते पर छापेमारी कर 6 महिलाएं समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उनके पास सेंटर चलाने के लिए कोई उपयुक्त दस्तावेज नहीं मिले. आगे की पूछताछ में गिरफ्तार लोगों ने खुलासा किया कि रंजन नाम का व्यक्ति इस धोखाधड़ी वाले टेली-कॉलिंग अधिकारी का मास्टरमाइंड है. अंश और रंजन दोनों अपने स्रोतों के माध्यम से बेरोजगार व्यक्तियों का डेटा इन लोगों को देते थे जिस पर कॉल करना होता था.
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