नई दिल्ली : अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और आपको 100 से लेकर 2000 रुपये तक का नोट दिया गया है तो सावधान हो जाएं. वह नोट नकली भी हो सकता है. शाहदरा जिला की जगतपुरी थाना पुलिस ने ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है जो नकली नोट छापने के गोरखधंधे में शामिल थे. यह गैंग प्रिंटर के जरिए 100, 200, 500 और 2000 रुपये के नकली नोट छापता था. पुलिस ने गिरोह में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर नकली नोट और नकली नोट छापने में इस्तेमाल प्रिंटर बरामद किया है.
शाहदरा जिला के डीसीपी आर साथिया सुंदरम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान विश्वास नगर निवासी राहुल शर्मा और जोधपुरी निवासी प्रह्लाद कपूर के तौर पर हुई है. डीसीपी ने बताया कि जगतपुरी थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके का रहने वाला एक युवक नकली नोट इस्तेमाल कर रहा है. सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया उसके पास से 500 और 200 का नकली नोट बरामद हुए. आरोपी की पहचान राहुल शर्मा के तौर पर हुई.
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राहुल शर्मा ने पूछताछ में बताया कि वह अपने साथी प्रह्लाद कपूर के साथ मिलकर प्रिंटिंग मशीन से 100, 200, 500 और 2000 का नकली नोट छपता है और उसे बाजार में चला देता है. पुलिस से राहुल शर्मा की निशानदेही पर प्रह्लाद कपूर को गिरफ्तार कर घर पर छापा मारा, जहां पर कई नकली भारतीय नोट और आधे प्रिंटिंग नोट बरामद हुए. साथ ही नोट छापने में इस्तेमाल प्रिंटर भी बरामद हुए.
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पूछताछ में पता चला कि राहुल शर्मा 2014 में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई छोड़ कर ज़ोमेटो और स्वीगी के साथ जुड़ कर किचल चलाता था जबकि प्रह्लाद कपूर के पिता बीयूएमएस डॉक्टर है. प्रह्लाद कपूर के खिलाफ पहले से रेप और एक्साइज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है.