नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने एक ड्रग तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने 50 किलोग्राम अफीम के साथ दो ड्रग पेडलर को गिरफ्तार किया है. मार्केट में इसकी कीमत 10 करोड़ से अधिक बताई जा रही है. ड्रग पेडलर इस खेप को मणिपुर से लेकर आ रहे थे और पंजाब और दिल्ली में आपूर्ति के लिए भेजा जाना था.
गुप्त सूचना पर ट्रैप लगाकर स्पेशल सेल इंस्पेक्टर शिव कुमार और एसीपी अतर सिंह के नेतृत्व में इस गिरोह को धर दबोचा. आरोपियों की पहचान मणिपुर के इंफाल निवासी रणवीर सिंह उर्फ टिंकू और लोयागंबा के रूप में की गई है. दोनों आरोपियों को ट्रैप लगाकर महरौली बदरपुर रोड से गिरफ्तार किया गया है.
स्पेशल सेल पुलिस उपायुक्त आलोक कुमार ने बताया कि स्पेशल सेल की टीम मादक पदार्थों की आपूर्ति पर लगातार काम कर रही थी. इसी सूचना पर स्पेशल सेल की टीम को मणिपुर, असम, यूपी, बिहार, पंजाब और दिल्ली राज्यों में एक अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स ड्रग कंट्रोल ग्रुप पर लगातार काम किया जा रहा था. इतना ही नहीं स्पेशल सेल की टीम हेरोइन और अफीम की आपूर्ति के बारे में कोई सुराग पाने के लिए लगातार छानबीन कर रही थी.
इसी बीच टीम को एक विशेष सूचना प्राप्त हुई, जिसमें इंस्पेक्टर शिवकुमार को पता चला कि उक्त ड्रग तस्करी के दो सदस्य अफीम की एक बड़ी खेप लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पंजाब में सप्लाई के लिए ब्रेजा कार से दिल्ली पहुंचने वाले हैं. सूचना को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया गया. छापेमारी के लिए एसीपी अतर सिंह ने इंस्पेक्टर अशोक कुमार की देखरेख में टीम का गठन किया. मिली जानकारी के अनुसार स्पेशल सेल की टीम 3 से 4 बजे के बीच बदरपुर सीमा क्षेत्र के पास एक जाल बिछाया.
बदरपुर की तरफ से दो लोगों को लेकर आ रही एक मारुति ब्रेजा कार एमबी रोड पर सरिता विहार की तरफ लूप पर रुकी. मुखबिर ने दोनों के गाड़ी में होने की बात कही और पुलिस को इशारा किया. इसके बाद स्पेशल सेल की टीम ने दोनों को धर दबोचा. पुलिस ने मौके से दोनों के कब्जे से 50 किलो अफीम उनकी ब्रेजा कार से बरामद की गई. आरोपी रणवीर सिंह के बैग के अंदर से 10 किलो अफीम दूसरे साथी लोयागंबा इटोचा के बैग से 10 किलो अफीम और कार के अंदर से 30 किलो अफीम बरामद की गई. इस संबंध में स्पेशल सेल की टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे इस ड्रग सिंडिकेट के सदस्य हैं. उन्होंने आगे बताया कि पिछले 5 वर्षों से दिल्ली पंजाब और अन्य उत्तरी राज्यों में मणिपुर से अफीम और हेरोइन की आपूर्ति कर रहे हैं. पिछले 5-6 वर्षों से लगातार म्यांमार और मणिपुर से दिल्ली, यूपी, पंजाब, एमपी, राजस्थान, बिहार और अन्य राज्यों में ड्रग सप्लाई करने का यही रूट है. गिरफ्तार दोनों ड्रग सप्लायर से लगातार पूछताछ की जा रही है. बाकी साथियों और अन्य सदस्यों के बारे में भी छानबीन की जा रही है.
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