नई दिल्ली : दिल्ली क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक सजायाफ्ता मादक पदार्थ तस्कर को गिरफ्तार किया है. आरोपी पश्चिम बंगाल के दिनहाटा के पास भारत-बांग्लादेश सीमा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी बांग्लादेश भागने की कोशिश कर रहा था. गिरफ्तार आरोपी पश्चिम बंगाल के कूचबिहार का रहने वाला है. आरोपी की पहचान जफर अली उम्र 45 के रूप में की गई है. आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज था. कोरोना काल के दौरान उसे पैरोल मिल गई थी, जिसके बाद से वह कभी कोर्ट की कार्रवाई में शामिल नहीं हुआ.
दिल्ली क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि दिल्ली क्राइम ब्रांच की एक टीम ने साल 2010 में आरोपी जफर अली और उसके साथियों को दिल्ली के बुराड़ी से 142 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया था. जिसके बाद आरोपी को दिल्ली हाईकोर्ट ने 15 साल के कठोर कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई थी. आरोपी को 2020 में कोरोना काल में पैरोल मिलने के बाद वह कभी भी अदालत की कार्यवाही में शामिल नहीं हुआ. वह अपनी जगह बदल-बदल कर रहने लगा. जिसके कारण कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया.
फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जॉइंट सीपीएसडी मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल, एसीपी अरविंद कुमार और इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी की देखरेख में टीम का गठन किया. क्राइम ब्रांच की टीम ने तकनीकी निगरानी और मैनुअल इनपुट्स पर कार्य किया. इसके बाद आरोपी व्यक्ति के बारे में जानकारी हासिल हुई.
ये भी पढ़ें : Crime in Noida: शराब पीने से मना करना PG केयरटेकर को पड़ा भारी, नशे में धुत युवकों ने की धुनाई
क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए साहेबगंज, दिनहाटा कूचबिहार पश्चिम बंगाल पहुंची. पुलिस की मौजूदगी का पता चलने के बाद आरोपी भारत-बांग्लादेश सीमा पार करने के लिए अपने मूल स्थान से भाग गया, लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे भारत-बांग्लादेश सीमा से महज 500 मीटर की दूरी पर गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि आरोपि जफर अली पढ़ा-लिखा नहीं है. वह साल 2009 में मजदूरी का काम करता था. वह अपने काम और कमाई से संतुष्ट नहीं होने पर उसने मुनाफा कमाने के लिए चरस पश्चिम बंगाल से दिल्ली सप्लाई करने लगा था.
ये भी पढ़ें: नोएडाः फ्रेंडशिप कराने के नाम पर युवकों से ठगी करने वाले दो सगे भाई गिरफ्तार