नई दिल्ली: राजधानी में गर्मी बढ़ने के साथ-साथ पानी की मांग भी बढ़ रही है. वहीं दिल्ली जल बोर्ड दिल्लीवासियों को इस भीषण गर्मी में पानी मुहैया कराने में असमर्थ नजर आ रहा है. पानी को लेकर लोग अब दिल्ली की सड़कों पर उतर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन हैं.
'पानी की समस्या गंभीर हो सकती है'
दिल्लीवासियों को हो रही पानी की समस्याओं को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य जयप्रकाश से खास बातचीत की. जयप्रकाश ने ईटीवी भारत को बताया कि अरविंद केजरीवाल 4 वर्ष पहले दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन बने थे, लेकिन अभी तक उन्होंने एक भी ऐसा ठोस कदम नहीं उठाया है जिससे दिल्ली में हो रही पानी की समस्या को खत्म किया जा सके.
उन्होंने कहा कि तपती गर्मी में दिल्लीवासियों को पानी की समस्या से राहत दिलाने के लिए समर एक्शन प्लान लाया जाता है, लेकिन इस बार यह प्लान भी लागू नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में पानी की समस्या और गंभीर हो सकती है. जयप्रकाश ने कहा कि वह दिल्ली जल बोर्ड की बैठक में अक्सर मांग करते हैं कि दिल्ली की जल प्रणाली ठीक होनी चाहिए.
'वादे पूरा करने में केजरीवाल नाकाम'
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने देवली विधानसभा में पदयात्रा की और पानी की समस्याओं का जायजा लिया और लोगों को आश्वासन दिलाया कि पर्याप्त पानी दिल्ली जल बोर्ड द्वारा वहां पहुंचाया जाएगा.
इस पर टिप्पणी करते हुए जयप्रकाश ने कहा कि कुछ समय पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री आनंद पर्वत स्थित कठपुतली कॉलोनी में गए थे और वहां के लोगों से उन्होंने वादा किया था कि वह पानी के 50 टैंकर भेजेंगे लेकिन वहां पानी के केवल 10 टैंकर ही पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जहां जाते हैं, इस तरह के वादे करते हैं जिन्हें वह पूरा करने में नाकाम रहते हैं.
17 ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को दिया काम
जयप्रकाश ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड ने17 ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को काम दिया है. वहीं दिल्ली में हो रही पानी की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार को दिल्ली जल बोर्ड की बैठक बुलानी चाहिए, साथ ही ऐसे प्वाइंट को ठीक कराना चाहिए. जहां से पानी की लीकेज हो रही है और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की कैपेसिटी बढ़ानी चाहिए.