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गोविंदपुरी में बिजली के तारों का बना जाल, आए दिन शार्ट सर्किट से स्थानीय परेशान

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Published : Dec 28, 2020, 1:57 PM IST

कालकाजी विधानसभा के गोविंदपुरी में लोगों को बिजली के तारों की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई बार शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई है.

Govindpuri people facing a lot of trouble due to electric wires
गोविंदपुरी में बिजली के तारों का बना जाल

नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली के कालकाजी विधानसभा में लोग घरों के आगे लटक रहे बिजली के तारों से खासा परेशान है, गोविंदपुरी के स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिजली के तारों के इस जाल में आए दिन शार्ट सर्किट होने से कोई भी बड़ी दुर्घटना होने का डर हमेशा बना रहता है. इसी स्थिति का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम कालकाजी विधानसभा पहुंची.

गोविंदपुरी में बिजली के तारों का बना जाल

बिजली के तारों के चलते सामान ले जाने में होती है दिक्कत

गोविंदपुरी की गली नंबर छह के स्थानीय निवासी पवन झा ने बताया कि हर एक बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर के आगे इसी प्रकार बिजली के तारों का जाल बना हुआ है. जिसके कारण किसी भी सामान को ऊपर ले जाने में, नीचे लाने में काफी दिक्कत होती है.

इसके अलावा अन्य स्थानीय निवासी मीनाक्षी गर्ग ने बताया कि वह एक पांच मंजिला इमारत में रहती हैं, लेकिन बिल्डिंग के आगे अलग-अलग बिजली के तारों का जाल बना हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो खंबे बिजली के तार के बने हुए हैं वहां कई बार शॉर्ट सर्किट हो जाने के बाद घंटों बिजली नहीं रहती है, बीएसईएस को फोन करके शिकायत करनी पड़ती है.

लोगों का घर नजर आता है एक बरगद के पेड़ की तरह

ईटीवी भारत की टीम को स्थानीय निवासियों ने बताया इस समस्या को लेकर कई बार थाने विधायक, बीएसईएस और जिन कंपनियों की तरफ से यह केबल तार डाली गई है, उनको शिकायत की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. अलग-अलग इंटरनेट कैबल, डिश आदि की केबल यहां डली हुई है.

जिसके लिए हम अनुरोध भी करते हैं कि जो केवल जरूरत कि नहीं है उसे हटा दिया जाए. और केबलों के बीच में थोड़ा गैप रखा जाए जिससे शार्ट सर्किट ना हो. स्थानीय निवासी धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि इन बिजली के तारों के बीच में बिल्कुल गैप नहीं होने के चलते कभी भी चिंगारी निकलकर शार्ट सर्किट हो जाता है.

किसी के भी घर में आग लगने का खतरा बना रहता है, और इन तारों के जाल से किसी का भी घर बरगद के पेड़ के समान दिखाई पड़ता है.



सालों से इस समस्या से परेशान स्थानीय

स्थानीय निवासियों ने ईटीवी भारत के माध्यम से अनुरोध किया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जाए, क्योंकि यह समस्या सालों से बनी हुई है. और आए दिन कई दुर्घटनाएं इसके चलते होती रहती है, इन तारों को यदि सही तरीके से लगाया जाए तो लोगों को परेशानी ना हो. क्योंकि घरों के आगे लटकी यह तारे कभी भी किसी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती हैं.

नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली के कालकाजी विधानसभा में लोग घरों के आगे लटक रहे बिजली के तारों से खासा परेशान है, गोविंदपुरी के स्थानीय निवासियों का कहना है कि बिजली के तारों के इस जाल में आए दिन शार्ट सर्किट होने से कोई भी बड़ी दुर्घटना होने का डर हमेशा बना रहता है. इसी स्थिति का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम कालकाजी विधानसभा पहुंची.

गोविंदपुरी में बिजली के तारों का बना जाल

बिजली के तारों के चलते सामान ले जाने में होती है दिक्कत

गोविंदपुरी की गली नंबर छह के स्थानीय निवासी पवन झा ने बताया कि हर एक बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर के आगे इसी प्रकार बिजली के तारों का जाल बना हुआ है. जिसके कारण किसी भी सामान को ऊपर ले जाने में, नीचे लाने में काफी दिक्कत होती है.

इसके अलावा अन्य स्थानीय निवासी मीनाक्षी गर्ग ने बताया कि वह एक पांच मंजिला इमारत में रहती हैं, लेकिन बिल्डिंग के आगे अलग-अलग बिजली के तारों का जाल बना हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो खंबे बिजली के तार के बने हुए हैं वहां कई बार शॉर्ट सर्किट हो जाने के बाद घंटों बिजली नहीं रहती है, बीएसईएस को फोन करके शिकायत करनी पड़ती है.

लोगों का घर नजर आता है एक बरगद के पेड़ की तरह

ईटीवी भारत की टीम को स्थानीय निवासियों ने बताया इस समस्या को लेकर कई बार थाने विधायक, बीएसईएस और जिन कंपनियों की तरफ से यह केबल तार डाली गई है, उनको शिकायत की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. अलग-अलग इंटरनेट कैबल, डिश आदि की केबल यहां डली हुई है.

जिसके लिए हम अनुरोध भी करते हैं कि जो केवल जरूरत कि नहीं है उसे हटा दिया जाए. और केबलों के बीच में थोड़ा गैप रखा जाए जिससे शार्ट सर्किट ना हो. स्थानीय निवासी धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि इन बिजली के तारों के बीच में बिल्कुल गैप नहीं होने के चलते कभी भी चिंगारी निकलकर शार्ट सर्किट हो जाता है.

किसी के भी घर में आग लगने का खतरा बना रहता है, और इन तारों के जाल से किसी का भी घर बरगद के पेड़ के समान दिखाई पड़ता है.



सालों से इस समस्या से परेशान स्थानीय

स्थानीय निवासियों ने ईटीवी भारत के माध्यम से अनुरोध किया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जाए, क्योंकि यह समस्या सालों से बनी हुई है. और आए दिन कई दुर्घटनाएं इसके चलते होती रहती है, इन तारों को यदि सही तरीके से लगाया जाए तो लोगों को परेशानी ना हो. क्योंकि घरों के आगे लटकी यह तारे कभी भी किसी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती हैं.

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