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सिविल लाइनः क्राइम ब्रांच ने हत्या और डकैती के मामले में छेनू गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया

दिल्ली में हत्या व लूट के एक मामले में फरार चल रहे छेनू गैंग के सदस्य को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने मामले में अपने साथियों के साथ और भी कई खुलासे किए हैं.

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Published : May 14, 2023, 1:35 PM IST

crime branch arrested member of chenu gang
crime branch arrested member of chenu gang

नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने सिविल लाइन इलाके में हत्या और डकैती के मामले में फरार छेनू गैंग के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी की गिरफ्तारी के साथ एक मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान चमन विहार, गाजियाबाद निवासी मोहित चौहान के रूप में की गई है और वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है. आरोपी के ऊपर लूट और हत्या जैसे 19 संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं.

क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली अपराध शाखा की टीम को विशेष रूप से गैंगस्टर और खूंखार अपराधियों पर नजर रखने का काम सौंपा गया था. 8 मई को थाना सिविल लाइन क्षेत्र में हत्या और डकैती की घटना हुई था, जिसमें हथियारबंद लुटेरों ने पीड़ित की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस संबंध में सिविल लाइन थाने में एक मामला भी दर्ज किया गया था. मामले में क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छानबीन और जांच कर रही थी.

इसी बीच हेड कॉन्स्टेबल मोहित को एक गुप्त सूचना मिली कि मामले में मुख्य शूटर मोहित चौहान, बुलंदशहर अलीगढ़ हाईवे स्थित अपने मामा के ढाबे पर अक्सर आता जाता रहता है. इस सूचना को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया गया और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जॉइंट सीपी एसडी मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल और एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में टीम का गठन किया गया. इसमें इंस्पेक्टर मनमीत मलिक, एसआई विकास, एएसआई कृष्णपाल, विकास, हेड कॉन्स्टेबल अमित, सचिन, मोहित और कॉन्स्टेबल योगेंद्र को शामिल किया गया.

टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस और तकनीकी निगरानी के माध्यम से छापेमारी करते हुए बुलंदशहर-अलीगढ़ हाईवे के पास जाल बिछाया और संदिग्ध मोहित चौहान की गतिविधियों पर नजर रखी. इसके बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने समूह के पांच लोग फहीम, शंभू, शाहनवाज, आलम और जावेद ठेकेदार ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था. घटना में उन्होंने पीड़ित का पीछ कर के उसे अरूणा आसिफ अस्पताल के पास रोका और उसे लूटने का प्रयास किया.

यह भी पढ़ें-बदमाश ने झपटी सोने की चेन को मुथूट फाइनेंस में रखवा दिया गिरवी, महिला समेत दो गिरफ्तार

जब पीड़ित ने इसका विरोध करते हुए बैग नहीं दिया तो मोहित ने बैग छीनने का प्रयास करते हुए उसपर तीन राउंड फायर किया और घटनास्थल से फरार हो गया. आरोपी ने यह भी बताया कि उसने अपने साथी फहीम और शंभू के साथ मिलकर 2022 में गुलाबी बाग क्षेत्र में 16 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया था. फिलहाल आरोपी पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.

यह भी पढ़ें-नोएडा: अवैध संबंधों के चलते हत्या के दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने सिविल लाइन इलाके में हत्या और डकैती के मामले में फरार छेनू गैंग के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी की गिरफ्तारी के साथ एक मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान चमन विहार, गाजियाबाद निवासी मोहित चौहान के रूप में की गई है और वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है. आरोपी के ऊपर लूट और हत्या जैसे 19 संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं.

क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली अपराध शाखा की टीम को विशेष रूप से गैंगस्टर और खूंखार अपराधियों पर नजर रखने का काम सौंपा गया था. 8 मई को थाना सिविल लाइन क्षेत्र में हत्या और डकैती की घटना हुई था, जिसमें हथियारबंद लुटेरों ने पीड़ित की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस संबंध में सिविल लाइन थाने में एक मामला भी दर्ज किया गया था. मामले में क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छानबीन और जांच कर रही थी.

इसी बीच हेड कॉन्स्टेबल मोहित को एक गुप्त सूचना मिली कि मामले में मुख्य शूटर मोहित चौहान, बुलंदशहर अलीगढ़ हाईवे स्थित अपने मामा के ढाबे पर अक्सर आता जाता रहता है. इस सूचना को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया गया और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जॉइंट सीपी एसडी मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल और एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में टीम का गठन किया गया. इसमें इंस्पेक्टर मनमीत मलिक, एसआई विकास, एएसआई कृष्णपाल, विकास, हेड कॉन्स्टेबल अमित, सचिन, मोहित और कॉन्स्टेबल योगेंद्र को शामिल किया गया.

टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस और तकनीकी निगरानी के माध्यम से छापेमारी करते हुए बुलंदशहर-अलीगढ़ हाईवे के पास जाल बिछाया और संदिग्ध मोहित चौहान की गतिविधियों पर नजर रखी. इसके बाद टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने समूह के पांच लोग फहीम, शंभू, शाहनवाज, आलम और जावेद ठेकेदार ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था. घटना में उन्होंने पीड़ित का पीछ कर के उसे अरूणा आसिफ अस्पताल के पास रोका और उसे लूटने का प्रयास किया.

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जब पीड़ित ने इसका विरोध करते हुए बैग नहीं दिया तो मोहित ने बैग छीनने का प्रयास करते हुए उसपर तीन राउंड फायर किया और घटनास्थल से फरार हो गया. आरोपी ने यह भी बताया कि उसने अपने साथी फहीम और शंभू के साथ मिलकर 2022 में गुलाबी बाग क्षेत्र में 16 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया था. फिलहाल आरोपी पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.

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