नई दिल्लीः दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) ने दिल्ली पुलिस और एनजीओ शक्ति वाहिनी के साथ मिलकर एक नाइजीरियन लड़की को तिलक नगर इलाके से तस्करों के चंगुल से छुड़ाया. लड़की की उम्र महज 20 साल है. उसे नाइजीरिया से दिल्ली लाया गया था. महिला आयोग को एनजीओ शक्ति वाहिनी के जरिए 10 नवंबर को इस बारे में जानकारी मिली थी. (DCW rescues Nigerian girl from traffickers)
जानकारी में यह बात सामने आई है कि अक्टूबर महीने की 24 तारीख को पीड़ित लड़की को टूरिस्ट वीजा के जरिए नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लाया गया था. मगर यहां लाकर लड़की को घर में कैद कर दिया गया और उसका पासपोर्ट भी छीन लिया गया. किसी तरह पीड़िता ने इस घटना की जानकारी अपने भाई को दी. उसके भाई ने एनजीओ शक्ति वाहिनी से संपर्क किया. इसके बाद दिल्ली पुलिस और एनजीओ शक्ति वाहिनी के साथ महिला आयोग की एक टीम मौके पर पहुंची और लड़की को दिल्ली के तिलक नगर इलाके से छुड़ाया.
लड़की ने बताया कि तस्करों ने उसका पासपोर्ट भी जबरन रख लिया था. साथ ही उन तस्करों के चंगुल में कई और लड़कियां हैं, जिन्हें अफ्रीकी देशों से लाकर यहां जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला गया है. इस संबंध में महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Chairperson of Delhi Commission for Women Swati Maliwal) ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी और गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों की जानकारी भी मांगी है. आयोग ने इसके साथ ही यह भी मांग की है कि जो लड़कियां अभी तस्करों के चंगुल में है, उसे भी छुड़ाने के क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
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स्वाति मालीवाल ने कहा कि हमें एक नाइजीरियाई लड़की को तस्करों द्वारा बंदी बनाए जाने की शिकायत मिली थी. हमारी टीम ने तुरंत दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और लड़की को छुड़ाया. उन्होंने कहा कि हमारे सामने दिल्ली में विदेशी लड़कियों के तस्करी के कई मामले आते हैं. हाल ही में आयोग ने उज्बेक महिलाओं की तस्करी से संबंधित एक मामला भी प्रकाश में लाया था. दिल्ली पुलिस को अंतरराष्ट्रीय रैकेट की जांच करनी चाहिए और सरगना को गिरफ्तार करना चाहिए, ताकि हजारों लड़कियों यौन शोषण और बंधुआ मजदूरी से बचाया जा सके.