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डीसीडब्ल्यू ने एमसीडी स्कूल का किया पंचनामा ! - डीसीडब्ल्यू चेयरपर्सन ने एमसीडी स्कूलों का किया निरीक्षण

दिल्ली महिला आयोग का एमसीडी स्कूलों में निरीक्षण किया. कुछ स्कूल में कोई सुरक्षा गार्ड और CCTV नहीं, स्कूल परिसर में इस्तेमाल की गयी सिरिंज, ड्रग्स, शराब और सिगरेट मिले. दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने निगम आयुक्त को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है. कई घोर अनियमितताओं पर FIR दर्ज करने की सिफारिश की है.

MCD school inspection
MCD school inspection
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Published : May 25, 2022, 10:46 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के एकीकरण के साथ ही दिल्ली महिला आयोग भी एक्टिव मोड में आ गयी है. निगम के स्कूलों में कमियां ढूंढने के लिये एक टीम बनाकर दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों के औचक निरीक्षण पर निकल पड़ी है. इस दौरान उन्हें स्कूलों में कई तरह की अनियमिताएं देखने को मिली. स्कूलों की स्थिति दयनीय, ​​असुरक्षित और चिंताजनक थी. आयोग ने पाया कि प्रत्येक स्कूल के गेट खुले थे और स्कूलों में सुरक्षा गार्ड नहीं थे. आयोग का दावा है कि निरीक्षण के दौरान केवल पार्क के स्कूल में इस्तेमाल की गई सीरिंज, ड्रग्स, सिगरेट के डिब्बे, गुटखा के रैपर और यहां तक ​​कि टूटी हुई शराब की बोतलें देखने को मिली. आयोग ने इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है.

आयोग की टीम में शामिल सदस्य एवं वो स्कूल जहां निरीक्षण किया गया

आयोग की एक टीम जिसमें दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल, सदस्या प्रोमिला गुप्ता, सारिका चौधरी, फिरदोस खान और वंदना सिंह शामिल थीं, ने 20 मई और 21 मई 2022 को 4 एमसीडी स्कूलों- भाई मंदीप नागपाल निगम विद्यालय, अरुणा नगर(उत्तर), निगम प्रतिभा सह शिक्षा विद्यालय, केवल पार्क(उत्तर), पूर्वी दिल्ली नगर निगम प्रतिभा विद्यालय, मुस्तफाबाद(पूर्वी), दक्षिण दिल्ली नगर निगम प्राथमिक सह बाल बालिका विद्यालय, संजय कॉलोनी, भाटी माइंस (दक्षिण) का औचक निरीक्षण किया. टीम ने स्कूल भवनों का निरीक्षण किया और साथ ही छात्रों, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की.

MCD school inspection
एमसीडी स्कूल के निरीक्षण

स्कूलों में मिली के अनियमितताएं

निरीक्षण के लिए गये आयोग के सदस्यों का दावा है कि अधिकांश स्कूल भवन गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त और बच्चों के लिए असुरक्षित थे. केवल पार्क में स्कूल की बिना प्लास्टर वाली इमारत, जिसमें लगभग 800 छात्रों को रखा गया था, में 2018 में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा एक बोर्ड लगाया गया था, जिसमें कहा गया था, "भवन के छज्जे छतिग्रस्त हैं, कृपया दूरी बनाये रखें". भवन में चेतावनी बोर्ड होने के बावजूद बच्चों को गंभीर जोखिम में डालकर वहां पढ़ाया जा रहा है. अरुणा नगर के स्कूल में छत और दीवारों के हिस्से कई बार गिर चुके हैं और बच्चे और स्टाफ कई बार बाल-बाल बचे हैं. भाटी माइंस में भीषण गर्मी में बच्चे टिन शेड में बैठने को विवश हैं.

MCD school inspection
एमसीडी स्कूल के निरीक्षण

सीसीटीवी कैमरे नदारद, शौचालय गंदे

आयोग ने यह भी देखा कि स्कूलों में एक भी चालू सीसीटीवी कैमरा नहीं था. स्कूलों के साथ-साथ शौचालय भी बेहद गंदे थे. कई जगहों पर फर्श पर मल-मूत्र फैला हुआ देखा गया और किसी भी शौचालय में साबुन नहीं था, साथ ही कई शौचालय के गेट टूटे हुए थे या जिन्हें अंदर से बंद नहीं किया जा सकता था, जो बच्चों की सुरक्षा और निजता को लेकर गंभीर चिंता का विषय है. भाटी माइंस के स्कूल में लड़कियों के शौचालयों पर ताला लगा हुआ था और शौचालयों में पानी का कनेक्शन नहीं होने के कारण लड़के-लड़कियां खुले में शौच के लिए मजबूर हैं.

MCD school inspection
एमसीडी स्कूल के निरीक्षण

स्कूल में देरी से पहुंचते हैं शिक्षक

भाटी माइंस के स्कूल में यह देखा गया कि सुबह 9 बजे (स्कूल शुरू होने के 1.5 घंटे बाद भी) लड़कियों के लिए 9 में से 3 कक्षाओं में शिक्षक नहीं पहुंचे थे. तब तक स्कूल इंचार्ज भी स्कूल में मौजूद नहीं थे. छात्रों ने बताया कि शिक्षक आमतौर पर सुबह 9 बजे के बाद स्कूल आते हैं. आयोग को बताया गया कि नगर निगम अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सुबह साढ़े सात बजे से 11 बजे तक ग्रीष्मकालीन कक्षाएं चला रहा है. बावजूद इसके किसी भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं दिया जा रहा था. आयोग ने यह भी पाया कि स्कूलों में उचित बेंच उपलब्ध नहीं थे. भाटी माइंस के स्कूल में कुछ छात्रों को डेस्क की कमी के कारण फर्श पर चटाई पर बैठने को मजबूर हैं.

MCD school inspection
डीसीडब्ल्यू चेयरपर्सन ने एमसीडी स्कूलों का किया निरीक्षण

आयोग ने मामले में MCD आयुक्त को नोटिस जारी किया

आयोग ने मामले में दिल्ली नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी किया है और 2 जून तक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने स्कूलों की बदहाली के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का ब्यौरा भी मांगा है और नगर निगम से उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.

वहीं इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "मैं दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की निराशाजनक स्थिति को देखकर स्तब्ध हूं. ये स्कूल डरावने घर जैसे हैं जहां छात्र और शिक्षक बेहद असुरक्षित हैं. बिना सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी के स्कूल कैसे चल सकता है? जिस भवन में एमसीडी ने ही बोर्ड लगा कर लोगों से भवन क्षतिग्रस्त होने के कारण दूर रहने का अनुरोध किया हो उस भवन में स्कूल कैसे हो सकता है! मैंने इस मामले में दिल्ली नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी किया है. स्थिति में तत्काल सुधार होना चाहिए और स्कूलों की ऐसी निराशाजनक स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

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नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के एकीकरण के साथ ही दिल्ली महिला आयोग भी एक्टिव मोड में आ गयी है. निगम के स्कूलों में कमियां ढूंढने के लिये एक टीम बनाकर दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों के औचक निरीक्षण पर निकल पड़ी है. इस दौरान उन्हें स्कूलों में कई तरह की अनियमिताएं देखने को मिली. स्कूलों की स्थिति दयनीय, ​​असुरक्षित और चिंताजनक थी. आयोग ने पाया कि प्रत्येक स्कूल के गेट खुले थे और स्कूलों में सुरक्षा गार्ड नहीं थे. आयोग का दावा है कि निरीक्षण के दौरान केवल पार्क के स्कूल में इस्तेमाल की गई सीरिंज, ड्रग्स, सिगरेट के डिब्बे, गुटखा के रैपर और यहां तक ​​कि टूटी हुई शराब की बोतलें देखने को मिली. आयोग ने इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है.

आयोग की टीम में शामिल सदस्य एवं वो स्कूल जहां निरीक्षण किया गया

आयोग की एक टीम जिसमें दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल, सदस्या प्रोमिला गुप्ता, सारिका चौधरी, फिरदोस खान और वंदना सिंह शामिल थीं, ने 20 मई और 21 मई 2022 को 4 एमसीडी स्कूलों- भाई मंदीप नागपाल निगम विद्यालय, अरुणा नगर(उत्तर), निगम प्रतिभा सह शिक्षा विद्यालय, केवल पार्क(उत्तर), पूर्वी दिल्ली नगर निगम प्रतिभा विद्यालय, मुस्तफाबाद(पूर्वी), दक्षिण दिल्ली नगर निगम प्राथमिक सह बाल बालिका विद्यालय, संजय कॉलोनी, भाटी माइंस (दक्षिण) का औचक निरीक्षण किया. टीम ने स्कूल भवनों का निरीक्षण किया और साथ ही छात्रों, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की.

MCD school inspection
एमसीडी स्कूल के निरीक्षण

स्कूलों में मिली के अनियमितताएं

निरीक्षण के लिए गये आयोग के सदस्यों का दावा है कि अधिकांश स्कूल भवन गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त और बच्चों के लिए असुरक्षित थे. केवल पार्क में स्कूल की बिना प्लास्टर वाली इमारत, जिसमें लगभग 800 छात्रों को रखा गया था, में 2018 में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा एक बोर्ड लगाया गया था, जिसमें कहा गया था, "भवन के छज्जे छतिग्रस्त हैं, कृपया दूरी बनाये रखें". भवन में चेतावनी बोर्ड होने के बावजूद बच्चों को गंभीर जोखिम में डालकर वहां पढ़ाया जा रहा है. अरुणा नगर के स्कूल में छत और दीवारों के हिस्से कई बार गिर चुके हैं और बच्चे और स्टाफ कई बार बाल-बाल बचे हैं. भाटी माइंस में भीषण गर्मी में बच्चे टिन शेड में बैठने को विवश हैं.

MCD school inspection
एमसीडी स्कूल के निरीक्षण

सीसीटीवी कैमरे नदारद, शौचालय गंदे

आयोग ने यह भी देखा कि स्कूलों में एक भी चालू सीसीटीवी कैमरा नहीं था. स्कूलों के साथ-साथ शौचालय भी बेहद गंदे थे. कई जगहों पर फर्श पर मल-मूत्र फैला हुआ देखा गया और किसी भी शौचालय में साबुन नहीं था, साथ ही कई शौचालय के गेट टूटे हुए थे या जिन्हें अंदर से बंद नहीं किया जा सकता था, जो बच्चों की सुरक्षा और निजता को लेकर गंभीर चिंता का विषय है. भाटी माइंस के स्कूल में लड़कियों के शौचालयों पर ताला लगा हुआ था और शौचालयों में पानी का कनेक्शन नहीं होने के कारण लड़के-लड़कियां खुले में शौच के लिए मजबूर हैं.

MCD school inspection
एमसीडी स्कूल के निरीक्षण

स्कूल में देरी से पहुंचते हैं शिक्षक

भाटी माइंस के स्कूल में यह देखा गया कि सुबह 9 बजे (स्कूल शुरू होने के 1.5 घंटे बाद भी) लड़कियों के लिए 9 में से 3 कक्षाओं में शिक्षक नहीं पहुंचे थे. तब तक स्कूल इंचार्ज भी स्कूल में मौजूद नहीं थे. छात्रों ने बताया कि शिक्षक आमतौर पर सुबह 9 बजे के बाद स्कूल आते हैं. आयोग को बताया गया कि नगर निगम अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सुबह साढ़े सात बजे से 11 बजे तक ग्रीष्मकालीन कक्षाएं चला रहा है. बावजूद इसके किसी भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं दिया जा रहा था. आयोग ने यह भी पाया कि स्कूलों में उचित बेंच उपलब्ध नहीं थे. भाटी माइंस के स्कूल में कुछ छात्रों को डेस्क की कमी के कारण फर्श पर चटाई पर बैठने को मजबूर हैं.

MCD school inspection
डीसीडब्ल्यू चेयरपर्सन ने एमसीडी स्कूलों का किया निरीक्षण

आयोग ने मामले में MCD आयुक्त को नोटिस जारी किया

आयोग ने मामले में दिल्ली नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी किया है और 2 जून तक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने स्कूलों की बदहाली के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का ब्यौरा भी मांगा है और नगर निगम से उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है.

वहीं इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "मैं दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की निराशाजनक स्थिति को देखकर स्तब्ध हूं. ये स्कूल डरावने घर जैसे हैं जहां छात्र और शिक्षक बेहद असुरक्षित हैं. बिना सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी के स्कूल कैसे चल सकता है? जिस भवन में एमसीडी ने ही बोर्ड लगा कर लोगों से भवन क्षतिग्रस्त होने के कारण दूर रहने का अनुरोध किया हो उस भवन में स्कूल कैसे हो सकता है! मैंने इस मामले में दिल्ली नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी किया है. स्थिति में तत्काल सुधार होना चाहिए और स्कूलों की ऐसी निराशाजनक स्थिति के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.

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