नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने कोरोना की आने वाली लहर की तैयारी के मद्देनजर भीड़भाड़ वाली जगहों पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. अब आपको एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही भीड़ में शामिल होने दिया जाएगा. जो सरकार की एक अच्छी पहल मानी जा रही है. सब्जी मंडी आमतौर पर भीड़भाड़ वाला इलाका होता है. इसलिए यहां ज्यादा सख्ती की जा रही है.
बता दें कि ओखला सब्जी मंडी में भी दक्षिण दिल्ली डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कार्यालय की तरफ से कोरोना टेस्ट कैंप लगाया गया है, जहां सिविल डिफेंस की मदद से मंडी में आने वाले लोगों की एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है. बिना मास्क के आने वाले लोगों के चालान भी काटे जा रहे हैं. हालांकि इस व्यवस्था से कुछ लोगों को असुविधा हो भी रही है.
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वहीं इस व्यवस्था को लेकर लोग सवाल भी कर रहे हैं कि जब कोरोना का टीका लगवा लिया तो उन्हें एंटीजन टेस्ट के लिए मजबूर क्यों किया जा रहा है. साथ ही जो लोक टेस्ट करवा चुके हैं उन्हें भी मंडी में जाने से पहले एंटीजन टेस्ट करवाया जा रहा है. उनका कहना है कि मेट्रो में, रेलवे स्टेशन पर हर जगह उन्होंने टेस्ट करवा लिया है बावजूद उसके मंडी में प्रवेश के लिए उनका एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है. जबकि सच ये है कि मंडी में आने वाले लगभग 80 फीसदी लोग मास्क नहीं पहनते हैं और वो लोग भी कोरोना टेस्ट के लिए तैयार नहीं हैं.
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वहीं विशेसज्ञ बताते हैं कि वैक्सीन कोरोना से बचाव का एक कारगर उपाय है. जो लोग वैक्सीन ले चुके हैं उन्हें कोरोना जांच कराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि वैक्सीन लेने वाले लोगों के शरीर में एंटीबॉडी बनने लगता है या उस प्रक्रिया में होता है. जांच के लिये किसी पर जबरदस्ती दबाव भी नहीं बनाया जा सकता है.