नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के कारण दिल्ली में विभिन्न जगहों पर बूट पॉलिश करने वालों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है. इस कठिन घड़ी में कई बूट पॉलिश करने वाले अपने घर लौट गए हैं. तो वहीं कुछ ऐसे भी बूट पॉलिश करने वाले हैं, जो घर-घर घूमकर लोगों के जूतों पर पॉलिश कर रहे हैं.
'कमाई पर पड़ा है फर्क'
ऐसे ही घर-घर घूमकर बूट पॉलिश करने वाले एक शख्श से ईटीवी भारत ने बातचीत की और जाना कि लॉकडाउन के दौरान उसे किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सुरेश ने बताया कि वो बनारस का रहने वाला है और पिछले कई सालों से दिल्ली में रहकर बूट पॉलिश का काम करता है.
लॉकडाउन के पहले वो रोजाना 400 से 500 रुपये कमा लेता था लेकिन लॉकडाउन लागू हो जाने के कारण उसकी रोजी-रोटी के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है. बसों के नहीं चलने कर कारण वो मजबूरी में घर नहीं जा पा रहा. जिस कारण वो घर-घर घूमकर लोगों के जूतों पर पॉलिश कर रहा है. इस तरह वो रोजाना 100 से लेकर 200 रुपये के बीच कमा ले रहा है.
'ध्यान दे सरकार'
बातचीत के दौरान सुरेश ने बताया कि पूरे दिल्ली में अचानक से लॉकडाउन लगा दिया गया. जिस कारण हजारों लोग आज भूखे रहने पर विवश है. किसी के पास रोजगार नहीं है. ऐसे में हम लोग कहां जाएं. सरकार को इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है.